दांतों और मुंह की समस्याएं अक्सर मामूली होती हैं, लेकिन कभी-कभी ये गंभीर बीमारी के संकेत भी हो सकती हैं। ओरल कैंसर, जो मुंह, होंठ, जीभ और गले को प्रभावित करता है, को अक्सर सामान्य दांतों की समस्याओं के साथ मिलाकर देखा जाता है। इसलिए, इसके शुरुआती लक्षणों को पहचानना बहुत महत्वपूर्ण है। यहां पांच चेतावनी संकेत दिए गए हैं जो ओरल कैंसर का संकेत हो सकते हैं:
कभी-कभी मुंह में छाले होना सामान्य हो सकता है, जैसे गलती से गाल काट लेना या मसालेदार खाना खाने से जलन हो जाना। लेकिन अगर ये छाले दो हफ्तों से ज्यादा समय तक ठीक नहीं होते और लगातार खून बहते हैं या असामान्य दर्द होता है, तो यह ओरल कैंसर का संकेत हो सकता है।
अगर आप अपने मुंह, जीभ या गले में गांठ या मोटा पैच महसूस करते हैं जो ठीक नहीं हो रहा है, तो इसे नजरअंदाज न करें। ये गांठें सौम्य हो सकती हैं, लेकिन ये घातक ट्यूमर का संकेत भी हो सकती हैं। इसलिए, इसे डॉक्टर से जांचवाना जरूरी है.
मसूड़ों से कभी-कभार ब्लीडिंग आम हो सकती है, लेकिन अगर मुंह से बिना किसी स्पष्ट कारण के लगातार ब्लीडिंग हो रही है, तो इसे हल्के में न लें। यह मुंह के कैंसर का संकेत हो सकता है, खासकर अगर ब्लीडिंग बार-बार होती है.
अगर आपको निगलने में कठिनाई हो रही है या गले में लंबे समय से खराश बनी हुई है, तो यह सामान्य सर्दी-जुकाम से ज्यादा हो सकता है। ये लक्षण गले या अन्नप्रणाली में कैंसर का संकेत हो सकते हैं और इनकी जांच करवाना जरूरी है.
अगर आपकी आवाज़ दो हफ्तों से ज्यादा समय तक कर्कश या बदल गई है, तो यह एक महत्वपूर्ण लक्षण हो सकता है। यह ओरल कैंसर से जुड़ा हो सकता है, खासकर अगर इसके साथ लगातार खांसी या गले में गांठ जैसी समस्या हो रही है.
इन संकेतों का ध्यान रखें
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस होता है, तो तुरंत स्वास्थ्य सेवा प्रदाता या दंत चिकित्सक से संपर्क करें। ओरल कैंसर का जल्दी पता लगाने और उसका इलाज कराने से सफलता की संभावना बढ़ जाती है। नियमित दांतों की जांच भी जरूरी है ताकि संभावित समस्याओं को समय पर पकड़ा जा सके। अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना और इन चेतावनी संकेतों पर ध्यान देना आपकी जान बचा सकता है। अगर कुछ असामान्य लगे, तो चिकित्सा सलाह लेने में संकोच न करें।
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