उज्जैन/ब्यूरो। देश के प्रधानमंत्री 11 अक्टूबर को उज्जैन पधार रहे हैं जिसमें वह महाकाल लोक के विस्तारीकरण का लोकार्पण करेंगे 800 करोड़ से अधिक की लागत से बनाए गए महाकाल मंदिर परिक्षेत्र के समीप महाकाल लोक में निर्माण कार्यों को लेकर बड़ा बवाल खड़ा हो गया है।
जिसके चलते परिसर में लगाई गई देवताओं की मूर्तियों को शास्त्रों के अनुसार अष्टधातु से बनाया जाना चाहिए था जो कि शासन के प्रोजेक्ट अनुसार डीपीआर के अंतर्गत भी अष्ट धातु से बनाया जाना था पर इस पूरे निर्माण कार्य में भारी भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते यह बात सामने आई है कि जो निर्माण देवी देवताओं की मूर्तियों का किया गया है वह प्लास्टिक फाइबर से होना बताया जा रहा है जोकि जांच का विषय है।
इस पूरे भ्रष्टाचार के अंदर स्थानीय प्रशासन और नेताओं की मिलीभगत बताई जा रही है जिसे लेकर कांग्रेस पार्टी की बड़ी तैयारी की गई है और प्रधानमंत्री के ठीक आने से पहले किसी बड़े खुलासे की चर्चाएं जोरों पर है अब देखना है इस पूरे भ्रष्टाचार को कैसे सुलझाया जाएगा और इसमें कौन-कौन दंडित होगा।
अपने गानों से हर किसी को दीवाना बना लेते है निक
सोशल मीडिया पर बोल्डनेस का तड़का लगा रही केंडल जेनर
ब्रिटिशकालीन मंदिर पर इस्लामी भीड़ का हमला, काली माता की मूर्ति तोड़ी.., पुलिस के हाथ खाली