मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में बहुमत का जादुई आंकड़ा 145 सीटें हैं। यदि किसी एक पार्टी या गठबंधन को बहुमत नहीं मिलता या कोई राजनीतिक मतभेद उत्पन्न होता है, तो महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू होने की संभावना है। इसका मुख्य कारण यह है कि 2024 के चुनाव में पहली बार एक साथ छह प्रमुख पार्टियों की उपस्थिति हो रही है। ECI (Election Commission of India) ने 15 अक्टूबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके महाराष्ट्र में चुनाव तिथियों का ऐलान किया। मतदान 20 नवंबर को होगा, झारखंड में 13 और 20 नवंबर को मतदान होगा, जबकि दोनों राज्यों में मतगणना 23 नवंबर 2024 को होगी। महाराष्ट्र विधानसभा की सभी 288 सीटों पर एक ही चरण में चुनाव होंगे। महाराष्ट्र सरकार का मौजूदा कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है।
दिलचस्प बात यह है कि चुनाव परिणाम 23 नवंबर को आएंगे, और 26 नवंबर से पहले नई सरकार का गठन अनिवार्य होगा। इसलिए, जीतने वाली पार्टियों के पास सरकार बनाने के लिए बहुत कम समय होगा। 23 नवंबर को परिणामों के पश्चात्, चुनाव आयोग से जीत का प्रमाण पत्र लेने में देर शाम हो जाएगी। अगले दिन, 24 नवंबर को, बहुमत वाली पार्टी या गठबंधन को विधानसभा दल की बैठक करनी होगी। इसके बाद, महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए राज्यपाल के पास दावा पेश करना होगा। राज्यपाल बहुमत के नेता को 25 नवंबर तक सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करेंगे। इस प्रकार, महाराष्ट्र सरकार 2024 का शपथ ग्रहण उसी दिन, यानी 26 नवंबर को होगा।
यदि किसी एक पार्टी या गठबंधन को बहुमत नहीं मिलता, तो राज्यपाल सबसे बड़ी पार्टी या चुनाव पूर्व गठबंधन को सरकार बनाने का अवसर दे सकते हैं। यह उस पार्टी या गठबंधन पर निर्भर करेगा कि वह सरकार बनाए या नहीं। इसके अतिरिक्त, यदि किसी गठबंधन के पास बहुमत है, मगर उसके घटक दलों के बीच तनाव उत्पन्न होता है, तो फिर राष्ट्रपति शासन ही विकल्प बचेगा।
पहली बार छह पार्टियों का चुनावी मैदान में उतरना:
2024 के महाराष्ट्र चुनाव इतिहास में यह पहली बार हो रहा है कि छह प्रमुख राजनीतिक पार्टियां एक साथ चुनावी मैदान में हैं। इनमें सत्तारूढ़ महायुति में बीजेपी, शिंदे शिवसेना एवं अजित पवार की NCP सम्मिलित हैं। दूसरी तरफ, महाविकास अघाड़ी (MVA) में कांग्रेस, शिवसेना (UBT) और शरद पवार की एनसीपी हैं। 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद NCP तथा शिवसेना में कई टूट-फूट हुई हैं, और असली-नकली पार्टी के दावों की भी भरपूर चर्चा हुई है।
महायुति के प्रमुख चेहरे एवं चुनावी मुद्दे:
महाराष्ट्र में मौजूदा महायुति सरकार में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एवं अजित पवार बड़े चेहरे हैं। 2024 के विधानसभा चुनाव में महायुति लाड़की बहन योजना, अन्नपूर्णा योजना, 18 समुदायों के लिए आर्थिक विकास निगम, मराठा समुदाय को 10 फीसदी आरक्षण तथा शेतकारी सम्मान योजना के मुद्दों पर मोदी के चेहरे के साथ चुनाव लड़ रही है।
महाविकास अघाड़ी के प्रमुख चेहरे और चुनावी मुद्दे:
महाविकास अघाड़ी (MVA) में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के शरद पवार, शिवसेना के उद्धव ठाकरे, कांग्रेस के नाना पटोले तथा पृथ्वीराज चव्हाण प्रमुख चेहरे हैं। 2024 के विधानसभा चुनाव में MVA मराठा समुदाय को ओबीसी आरक्षण, धनगर समुदाय को एसटी आरक्षण न देने, किसान आत्महत्या, महाराष्ट्र के उद्योग गुजरात जाने, महिलाओं की सुरक्षा और कानून व्यवस्था के मुद्दों पर चुनाव लड़ रहा है।
महाराष्ट्र चुनाव 2024 में कौन कितनी सीटों पर लड़ रहा है?
महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं। छह राजनीतिक पार्टियां अलग-अलग धड़ों के रूप में चुनावी मैदान में हैं। पिछले कुछ दिनों से सीट शेयरिंग पर मंथन चल रहा है।
खबरों के मुताबिक, महायुति में बीजेपी 150-160 सीटों, शिंदे शिवसेना 80-90 सीटों एवं अजित पवार की NCP 70-80 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। हर पार्टी ने अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों में अधिक उम्मीदवार उतारने की योजना बनाई है। महाविकास अघाड़ी गठबंधन की पार्टी शिवसेना (UBT) 100-110 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, जबकि कांग्रेस 110-120 और शरद पवार की NCP 70-80 सीटों पर उम्मीदवार उतार सकती है।
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