जयपुर: कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के संकेत देने के बाद राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने बुधवार को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ मुलाकात की। अभी तक सियासी गलियारों में अटकलें थी कि यदि वह अध्यक्ष चुने गए तो भी मुख्यमंत्री पद अपने पास ही रखेंगे, मगर अब सूत्रों के हवाले से खबर सामने आई है कि सोनिया गांधी के साथ बैठक में गहलोत ने CM पद के लिए राजस्थान के मौजूदा विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी के नाम की सिफारिश की है। हालांकि, वह राज्य सरकार का आखिरी बजट पेश करने के लिए फरवरी तक मुख्यमंत्री बने रह सकते हैं।
बता दें कि बीते वक़्त में जोशी और सीएम गहलोत के खराब ताल्लुकात किसी से छिपे नहीं थे, लेकिन इनमे तब नजदीकी बढ़ गई थी, जब जून 2020 में जोशी ने कथित तौर पर गहलोत को अपनी सरकार बचाने में सहायता की थी। उस वक़्त बागी MLA मानेसर में डेरा डाले हुए थे, तब जोशी ने पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट समेत 19 कांग्रेस के बागी विधायकों को अयोग्यता नोटिस जारी कर दिया था। बता दें कि राजस्थान के राजसमंद जिले के कुंवरिया में जन्मे जोशी ने मनोविज्ञान में डॉक्टरेट और कानून की पढ़ाई की है।
वह एक व्याख्याता के तौर पर काम कर रहे थे जब राजस्थान के पूर्व सीएम मोहनलाल सुखाड़िया ने उन्हें अपने चुनाव अभियान में शामिल किया। उस चुनाव में अपनी जीत से खुश सुखाड़िया ने 1980 में जोशी को टिकट देने के लिए कई दिग्गजों को अनदेखा कर दिया था। जोशी पहली बार जब MLA निर्वाचित हुए, तो उनकी आयु 29 साल थी। 2008 में, जोशी राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष थे। वह राजस्थान सरकार में मंत्री रह चुके हैं और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन-2 सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
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