मुंबई: शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने आज शुक्रवार (2 अगस्त) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा राहुल गांधी पर छापेमारी की योजना बनाने के दावे पर उनके साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि एजेंसी कांग्रेस नेता के दरवाजे पर दस्तक देती है तो विपक्षी INDIA गठबंधन के सभी सहयोगी इसका कड़ा विरोध करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा ने हालिया लोकसभा चुनाव परिणामों से कोई सबक नहीं सीखा है और चेतावनी दी कि लोग केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई पर करीब से नजर रख रहे हैं। राज्यसभा में प्रियंका ने कहा कि, "लोग देख रहे हैं कि विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए किस तरह से सभी एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। आज हमारी सभी केंद्रीय एजेंसियां केंद्र सरकार के सामने झुक गई हैं।" उन्होंने कहा, "विपक्ष के नेता होने के नाते राहुल गांधी जनता से जुड़े मुद्दे उठा रहे हैं। अगर ED राहुल गांधी के दरवाजे पर दस्तक देती है, तो INDIA गठबंधन के सभी सहयोगी इसका कड़ा विरोध करेंगे।"
उल्लेखनीय है कि, एक तरफ प्रियंका कह रहीं हैं कि केंद्रीय एजेंसियां सरकार के सामने झुक गईं हैं, वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी ने दावा किया है कि उन्हें ED के अंदरूनी सूत्रों ने बताया है कि उन पर छापेमारी की योजना बन रही है। जैसे केंद्रीय एजेंसी के अंदर राहुल गांधी के जासूस मौजूद हों। राहुल गांधी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा कि ''जाहिर है, 2 इन 1 को मेरा चक्रव्यूह भाषण पसंद नहीं आया। ईडी के 'अंदरूनी सूत्र' मुझे बता रहे हैं कि छापेमारी की योजना बनाई जा रही है। खुले हाथों से इंतज़ार कर रहा हूँ ED...चाय और बिस्किट मेरी तरफ से।''
यह कांग्रेस सांसद द्वारा 29 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करने के बाद आया है, जब निचला सदन बजट 2024 पर चर्चा कर रहा था। बजट पर भाषण देने के लिए खड़े हुए नेता विपक्ष ने बजट के आंकड़ों को छोड़कर महाभारत, चक्रव्यूह, अभिमन्यु, हिन्दू, हिंसक जैसी कई चीज़ों पर बोला। उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी ने भारतीयों को आधुनिक समय के "चक्रव्यूह" में फंसा दिया है। उन्होंने कमल का चिन्ह प्रदर्शित करने के लिए पीएम मोदी की आलोचना की और कहा कि 21वीं सदी में एक नया "चक्रव्यूह" निर्मित हो गया है।
उन्होंने अपने बजट भाषण में कहा था कि, "हजारों साल पहले कुरुक्षेत्र में छह लोगों ने अभिमन्यु को चक्रव्यूह में फंसाकर मार डाला था। मैंने थोड़ा शोध किया और पाया कि चक्रव्यूह को पद्मव्यूह भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है कमल का फूल। चक्रव्यूह कमल के आकार का होता है। 21वीं सदी में एक नया चक्रव्यूह बनाया गया है, वह भी कमल के फूल के आकार का। प्रधानमंत्री इसका प्रतीक अपने सीने पर पहनते हैं। अभिमन्यु के साथ जो हुआ, उससे भारत बर्बाद हो रहा है, युवा, किसान, महिलाएं और छोटे-मझोले व्यवसाय बर्बाद हो रहे हैं। अभिमन्यु को छह लोगों ने मारा था। आज भी चक्रव्यूह के केंद्र में छह लोग हैं। आज भी भारत को छह लोग नियंत्रित करते हैं: नरेंद्र मोदी, अमित शाह, मोहन भागवत, अजीत डोभाल और अंबाण अडानी।"