कोच्ची: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सांसद शशि थरूर ने 'विपक्षी एकता की हालिया लहर' का स्वागत करते हुए रविवार (2 march) को कहा कि कांग्रेस बाकी सियासी दलों के लिए 'वास्तविक केंद्र बिंदु' रहेगी। किन्तु, अगर वह पार्टी नेतृत्व (कांग्रेस अध्यक्ष) में होते, तो इस बात की 'शेखी बघारने' के बजाय 2024 के आम लोकसभा चुनाव में भाजपा से मुकाबला करने के लिए किसी छोटे दल को विपक्षी गठबंधन के संयोजक की भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित करते।
थरूर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 2019 के मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता छीनने की घटना ने ''विपक्षी एकता की आश्चर्यजनक लहर'' पैदा कर दी है और कई विपक्षी पार्टियों को इस सूक्ति की अहमियत समझ आने लगी है कि ''एकता हमें मजबूत बनाती है और फूट हमें कमजोर करती है।'' थरूर ने कहा कि यदि अधिकतर विपक्षी दलों को एकजुट होने के लिए नया कारण मिल गया और उन्होंने एक-दूसरे के वोट काटना बंद कर दिया, तो भाजपा के लिए 2024 के आम चुनाव में बहुमत हासिल करना काफी कठिन हो सकता है।
राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता के अयोग्य ठहराए जाने का 'संज्ञान लेने के लिए' जर्मनी को धन्यवाद देने संबंधी पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के ट्वीट के बारे में सवाल किए जाने पर थरूर ने कहा कि वह अपनी पार्टी के दिग्गज नेता को ऐसा न कहने की सलाह देते। थरूर ने कहा कि,'अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित करना और भारत के लिए प्रेस में नकारात्मक खबर (नरेन्द्र) मोदी और उनकी सरकार के लिए आश्चर्य की बात नहीं होगी। इस (मोदी) सरकार की लोकतांत्रिक साख को लेकर शंकाएं कुछ वर्षों से बढ़ रही हैं, जैसा वैश्विक मीडिया में दिखाई देता है।'
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