डायबिटीज एक क्रॉनिक बीमारी है जो पूरे शरीर को प्रभावित कर सकती है, और इसकी लापरवाही गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। जब रक्त शर्करा का स्तर लगातार उच्च रहता है, तो यह विभिन्न अंगों, विशेषकर पैरों, पर गंभीर असर डालता है। इस लेख में हम डायबिटीज के कारण पैरों में होने वाली सूजन के कारण और उनके उपचार के उपायों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
डायबिटीज में पैरों में सूजन के कारण
1. ग्लूकोज का अधिक स्तर:
शरीर में ग्लूकोज की अधिक मात्रा लंबे समय तक रहने से नसों को नुकसान होता है, जिससे डायबिटिक न्यूरोपैथी जैसी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। उच्च रक्त शर्करा का स्तर नसों को क्षति पहुँचाता है, जिसके परिणामस्वरूप पैरों में सुन्नपन, दर्द, और कभी-कभी जलन का अनुभव होता है।
2. एडिमा:
एडिमा एक चिकित्सा स्थिति है जिसमें शरीर के ऊतकों में तरल पदार्थ का संचय होता है। डायबिटीज में, शरीर के तरल पदार्थों का संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे पैरों में सूजन बढ़ सकती है। यह स्थिति गंभीर हो सकती है, खासकर यदि इसका समय पर उपचार नहीं किया जाए।
3. संवेदनात्मक परिवर्तन:
डायबिटीज के कारण नसों में संवेदनशीलता में कमी आ जाती है। इससे व्यक्ति को पैरों में होने वाले सामान्य दर्द और असुविधा का अनुभव नहीं हो सकता, जिसके परिणामस्वरूप स्थिति और बिगड़ सकती है।
4. सर्कुलेटरी समस्याएं:
डायबिटीज के कारण रक्त संचार में बाधाएँ आ सकती हैं, जिससे पैरों में रक्त का प्रवाह कम होता है। इससे सूजन बढ़ सकती है, साथ ही पैरों में थकावट और दर्द भी हो सकता है।
पैरों में सूजन को दूर करने के उपाय
कंप्रेशन मोजे:
उपयोग और लाभ: कंप्रेशन मोजे बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं। ये नसों पर हल्का दबाव डालते हैं, जिससे रक्त का प्रवाह बेहतर होता है। ये मोजे पैरों में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
कैसे पहनें: जब कंप्रेशन मोजे पहनें, तो सुनिश्चित करें कि वे अधिक टाइट न हों, क्योंकि इससे रक्त संचार रुक सकता है। शुरुआत में हल्के और ढीले मोजे पहनें।
पैरों को ऊँचा रखें:
उपयोग और लाभ: अगर आप लंबे समय तक बैठे रहते हैं या खड़े रहते हैं, तो पैरों को सीने के स्तर से ऊपर उठाना बहुत फायदेमंद हो सकता है। इससे पैरों में जमा तरल पदार्थ को वापस शरीर में जाने में मदद मिलती है।
कैसे करें: लेटकर पैरों को एक तकिए पर रखें या दीवार के सहारे लिटा दें। यह उपाय रोजाना करना चाहिए, खासकर यदि आप लंबे समय तक एक ही स्थिति में रहते हैं।
नमक का सेवन कम करें:
उपयोग और लाभ: अधिक नमक का सेवन शरीर में पानी के संचय का कारण बन सकता है। इसलिए, अपने आहार में नमक की मात्रा को नियंत्रित करना महत्वपूर्ण है।
कैसे करें: पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन कम करें और इसके बजाय ताजे फल और सब्जियों का अधिक सेवन करें। नमक के बजाय हर्ब्स और मसालों का उपयोग करें।
वजन घटाएँ:
उपयोग और लाभ: अधिक वजन डायबिटीज और पैरों में सूजन के लिए हानिकारक होता है। वजन कम करने से न केवल पैरों की सूजन में कमी आएगी, बल्कि यह डायबिटीज के लक्षणों को भी बेहतर करने में मदद करेगा।
कैसे करें: नियमित व्यायाम करें, जैसे कि चलना, दौड़ना, तैराकी, या योग। संतुलित आहार का पालन करें और कैलोरी का सेवन कम करें।
मैग्नीशियम की कमी पूरी करें:
उपयोग और लाभ: मैग्नीशियम नसों के कार्य को नियंत्रित करने में मदद करता है और रक्त शर्करा के स्तर को संतुलित रखता है। इसकी कमी से पैरों में सूजन बढ़ सकती है।
कैसे करें: मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि हरी पत्तेदार सब्जियाँ, नट्स, बीज और साबुत अनाज का सेवन करें। यदि आवश्यक हो, तो मैग्नीशियम सप्लीमेंट्स का भी उपयोग करें, लेकिन डॉक्टर की सलाह से।
पैरों को पानी में भिगोएं:
उपयोग और लाभ: ठंडे पानी में इप्सम सॉल्ट डालकर पैरों को भिगोने से सूजन में आराम मिलता है। यह उपाय पैरों के लिए आरामदायक होता है।
कैसे करें: इप्सम सॉल्ट को ठंडे पानी में मिलाकर 10 से 20 मिनट तक अपने पैरों को भिगोएँ। यह रक्त संचार को बढ़ाने और सूजन को कम करने में मदद करेगा।
डायबिटीज के कारण पैरों में सूजन एक गंभीर समस्या हो सकती है, लेकिन उचित देखभाल और उपायों से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। यदि आप इन उपायों को अपनाते हैं और नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य की निगरानी करते हैं, तो आप इस समस्या को काफी हद तक कम कर सकते हैं। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर डॉक्टर से सलाह लेना न भूलें, ताकि आपकी स्थिति का सही मूल्यांकन हो सके। स्वस्थ जीवनशैली अपनाना और नियमित जांच करना महत्वपूर्ण है।
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