गैस्ट्रिक कैंसर, जिसे पेट का कैंसर भी कहते हैं, पेट की आंतरिक परत में असामान्य कोशिकाओं के बढ़ने से होता है। यह न केवल पेट को, बल्कि इससे जुड़े अंगों जैसे एसोफेगस और अन्य नजदीकी हिस्सों को भी प्रभावित कर सकता है। शुरुआती चरण में यह कैंसर आमतौर पर कोई स्पष्ट लक्षण नहीं दिखाता, जिससे इसकी पहचान मुश्किल हो जाती है। लेकिन कुछ विशेष त्वचा के लक्षण गैस्ट्रिक कैंसर की ओर इशारा कर सकते हैं।
गैस्ट्रिक कैंसर के प्रकार
एडिनोकार्सिनोमा: पेट के कैंसर के मामलों में लगभग 90-95% को यह प्रकार होता है।
प्राइमरी गैस्ट्रिक लिम्फोमा
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्ट्रोमल ट्यूमर
न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर
त्वचा पर गैस्ट्रिक कैंसर के लक्षण
गैस्ट्रिक कैंसर के कारण त्वचा पर गंभीर बीमारियां उत्पन्न हो सकती हैं, जिनमें से एक है ओफुजी ऑफ पापुलोएरिथ्रोडर्मा। इस बीमारी की वजह से त्वचा पर छोटे उभरे थक्के, सूजन, त्वचा का उखड़ना और खुजली जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। यह समस्या चेहरे पर अधिक तेजी से उभरती है, लेकिन पूरे शरीर में भी इसके लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
गैस्ट्रिक कैंसर के अन्य लक्षण
भूख में कमी: रोगी को खाने में अरुचि हो सकती है।
पेट में दर्द और बैचेनी: पेट में लगातार दर्द और असहजता का अनुभव हो सकता है।
पेट में सूजन: पेट में सूजन महसूस हो सकती है।
अचानक वजन कम होना: बिना किसी स्पष्ट कारण के वजन घट सकता है।
मिचली और उल्टी: कई बार उल्टी में खून भी आ सकता है।
हीमोग्लोबीन की कमी: खून में हीमोग्लोबीन की कमी हो सकती है।
गैस, ब्लॉटिंग और अपच: पेट में गैस, ब्लॉटिंग और अपच की समस्याएं हो सकती हैं।
बहुत कम खाने पर पेट भरने का एहसास: बहुत कम भोजन करने के बाद भी पेट भरा-भरा महसूस हो सकता है।
इन लक्षणों का अनुभव होने पर तुरंत चिकित्सकीय जांच कराना आवश्यक है। गैस्ट्रिक कैंसर का जल्दी निदान और इलाज प्रभावी हो सकता है, इसलिए शुरुआती लक्षणों पर ध्यान देना बहुत महत्वपूर्ण है।
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