यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) महिलाओं में पुरुषों की तुलना में अधिक आम है। यदि इसका समय पर इलाज नहीं किया जाए, तो यह स्थिति गंभीर हो सकती है। यूटीआई गर्भाशय तक पहुँच सकता है, जिससे प्रजनन क्षमता पर प्रभाव पड़ सकता है और प्रेग्नेंसी में मुश्किल हो सकती है। प्रेग्नेंट महिलाओं को इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि गंभीर यूटीआई से सेप्सिस या किडनी से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं, जो जानलेवा हो सकती हैं।
यूटीआई के कारण
महिलाओं में यूटीआई के प्रमुख कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:
पैड और टेम्पोन का उचित इस्तेमाल: पीरियड्स के दौरान इन्हें समय-समय पर बदलना आवश्यक है।
अत्यधिक टाइट इनरवियर: यह पसीने और बैक्टीरिया के संचय को बढ़ावा दे सकता है।
अनियंत्रित पर्सनल हाइजीन: नियमित रूप से सफाई का ध्यान न रखना।
लंबे समय तक टॉयलेट न जाना: यूरिन को लंबे समय तक रोके रखना।
कम पानी पीना: शरीर को हाइड्रेटेड रखने की कमी।
यूटीआई के लक्षण
यूटीआई के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:
पेट के निचले हिस्से में दर्द
प्राइवेट एरिया में खुजली
बार-बार टॉयलेट की जरूरत
टॉयलेट करते वक्त जलन या दर्द
यूरिन में बदबू
थकान, मितली
पीठ के निचले हिस्से में दर्द
यूटीआई से बचाव के उपाय
पर्याप्त मात्रा में पानी पीना: यह यूरिनरी ट्रैक्ट को साफ रखने में मदद करता है।
पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखना: नियमित रूप से सफाई करना और पीरियड्स के दौरान पैड बदलना।
कम टाइट इनरवियर पहनना: सांस लेने योग्य कपड़े पहनना।
लंबे समय तक टॉयलेट न रोकना: नियमित अंतराल पर टॉयलेट जाना।
यूटीआई में क्या खाएं और क्या न खाएं
उपयोगी खाद्य पदार्थ: सेब का सिरका, क्रैनबेरी का जूस, नारियल पानी, धनिया का पानी, और दही।
परहेज करने वाले खाद्य पदार्थ: चाय-कॉफी, खट्टे फल, तला हुआ और मसालेदार खाना, सोडा, कोल्ड ड्रिंक।
यूटीआई के लक्षण दिखने पर, खानपान और हाइजीन का ध्यान रखना चाहिए और लक्षण बने रहने पर चिकित्सक से संपर्क करना जरूरी है।
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