पटना: बिहार में शराबबंदी लागू है, किन्तु इसके बाद भी प्रदेश में शराब तस्करी की घटनाएं लगातार सामने आती रहती हैं। इसी बीच केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का एक बयान वायरल हो रहा है, जिसमें वे दावा कर रहे हैं कि शराबबंदी के बावजूद भी वे शराब पीते हैं। जब मीडिया ने उनसे पूछा कि क्या प्रदेश में शराबबंदी ठीक से लागू है, तो मांझी ने स्वीकार किया कि शराबबंदी एक खराब चीज नहीं है, लेकिन इसके क्रियान्वयन में खामियां हैं।
मांझी ने कहा कि गरीब लोग यदि 250 ग्राम शराब का सेवन कर लेते हैं, तो उन्हें जेल भेज दिया जाता है। वहीं, जो लोग लाखों लीटर शराब की तस्करी करते हैं, उन्हें छोड़ दिया जाता है। उन्होंने कहा, "जैसे हम रात में शराब पीते हैं, तो हमें नहीं पकड़ा जाता। ऐसा नहीं होना चाहिए, यह दोहरी नीति है।" मांझी ने यह भी बताया कि शराबबंदी का फैसला सबकी सहमति से चर्चा के बाद लिया गया था, किन्तु अब इसके नियमों की समीक्षा की आवश्यकता है जिससे गरीब लोग परेशान न हों। उन्होंने बताया कि शराबबंदी से जुड़े मामलों में लगभग 5 लाख गरीबों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं, तथा वे कई बार मुख्यमंत्री से इसके नियमों की समीक्षा की मांग कर चुके हैं।
वहीं, जब मांझी से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के US में दिए गए बयान के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देशद्रोही हैं। वे दूसरे देश में जाकर अपने ही देश के खिलाफ बातें कर रहे हैं। राहुल गांधी को इस प्रकार के बयान विदेश में नहीं देने चाहिए। मांझी के इस बयान पर राजद ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। आरजेडी ने कहा है कि सरकार गरीबों को गिरफ्तार कर रही है, जबकि केंद्रीय मंत्री स्वीकार कर रहे हैं कि वे भी शराब पीते हैं। ऐसे में उन्हें भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए, क्योंकि वे स्वयं कह रहे हैं कि वे शराब का सेवन करते हैं। इसकी जांच होनी चाहिए कि सफेदपोश लोगों को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा है।
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