मार्गशीर्ष अमावस्या 12 दिसंबर 2023, मंगलवार को है. ये वर्ष की अंतिम भौमवती अमावस्या होगी. पंचांग के मुताबिक, मार्गशीर्ष अमावस्या 12 दिसंबर 2023 को प्रातः 06 बजकर 24 मिनट से आरम्भ होगी तथा 13 दिसंबर 2023 को प्रातः 05 बजकर 01 मिनट पर इसका समापन होगा. वहीं स्नान-दान के लिए शुभ मुहूर्त प्रातः 05 बजकर 14 मिनट से सुबह 06 बजकर 09 मिनट तक है. पितृ पूजा के लिए दोपहर 11 बजकर 54 मिनट से दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक है. वही जिन लोगों को मांगलिक दोष की वजह से विवाह में रुकावटें आ रही है वह मार्गशीर्ष माह की भौमवती अमावस्या पर कुछ विशेष उपाय कर इस परेशानी से छुटकारा पा सकते हैं.
मार्गशीर्ष अमावस्या के उपाय;-
मंगल दोष होगा दूर-
मार्गशीर्ष अमावस्या मंगलवार को है. ऐसे में मंगल दोष की वजह से विवाह में देरी हो रही है तो मंगल ग्रह के बीज मंत्र ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः का 108 बार जाप करें या उससे जुड़ी वस्तुएं स्वर्ण, गुड़, घी, लाल मसूर की दाल, कस्तूरी, केसर, लाल वस्त्र, मूंगा, ताम्बे के बर्तन का निर्धन को दान करें.
पितरों को तृप्त करेगा ये उपाय-
मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन त्रिपिंडी श्राद्ध करने से तीन पीढ़ियों के पितर तृप्त हो जाते हैं. साथ ही पितृ दोष से छुटकारा प्राप्त होता है. त्रिपिंडी श्राद्ध करने से पूर्वज प्रसन्न होकर घर में सुख, शांति तथा समृद्धि बनी रहने का आशीर्वाद देते हैं.
तरक्की की राह होगी सरल-
मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन जल में तिल डालकर स्नान करें. फिर तर्पण करें तथा पितरों के देवता अर्यमा की पूजा करें. इस दिन पितृ सूक्त का पाठ करें. ये उपाय आपकी तरक्की की राह में आ रही समस्याओं का अंत करेंगा.
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