ज्योतिष शास्त्र में रत्नों का विशेष स्थान है, और सदियों से माना जाता है कि ग्रहों की अनुकूलता पाने और जीवन में बाधाओं को दूर करने के लिए सही रत्नों का चयन अत्यंत प्रभावशाली हो सकता है। जब व्यक्ति सभी प्रयास करने के बाद भी सफलता प्राप्त नहीं कर पाता, तो रत्न धारण करने से जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं। ज्योतिष के अनुसार, ये रत्न व्यक्ति की आर्थिक स्थिति को सुधारने में, सकारात्मक ऊर्जा लाने में और आत्मविश्वास को बढ़ाने में सहायक होते हैं। नीचे कुछ प्रमुख रत्नों का विस्तृत विवरण दिया गया है, जो विशेष लाभकारी माने गए हैं:
पुखराज रत्न
पुखराज (पीला नीलम) बृहस्पति ग्रह से संबंधित है, जो ज्ञान, धन और शिक्षा का कारक माना जाता है। इसे ज्योतिष में गुरु का रत्न कहा गया है। बृहस्पति ग्रह व्यक्ति के जीवन में बुद्धिमत्ता, सकारात्मकता, और सामाजिक सम्मान का कारक है, और पुखराज का असर इन गुणों को बढ़ाता है। इसे धारण करने से व्यक्ति को शिक्षा और नौकरी के क्षेत्र में अत्यधिक सफलता मिलती है, जिससे नौकरी प्राप्त करने और उसमें स्थिरता पाने में मदद मिलती है। पुखराज पहनने का दिन गुरुवार माना गया है, और इसे सोने या पीतल की अंगूठी में पहनना चाहिए। इसे धारण करने से पहले गुरु के मंत्रों का जाप किया जाता है, जिससे रत्न के प्रभाव में वृद्धि होती है। पुखराज का प्रभाव व्यक्ति को करियर में स्थिरता और आर्थिक समृद्धि प्राप्त करने में सहायता करता है, और इसे व्यापार के लिए भी बहुत शुभ माना गया है।
माणिक्य रत्न
माणिक्य (रूबी) सूर्य का रत्न है, जो आत्मविश्वास, ऊर्जा, और नेतृत्व क्षमता का प्रतीक है। इसे धारण करने से व्यक्ति के जीवन में सूर्य की तरह तेज और आत्मबल का संचार होता है। माणिक्य पहनने से व्यक्ति में साहस, सकारात्मकता और आत्मसम्मान बढ़ता है। ज्योतिष के अनुसार, यह रत्न खासकर उन लोगों के लिए लाभकारी है जो किसी उच्च पद पर कार्य कर रहे हों या उच्च पद प्राप्त करना चाहते हों, क्योंकि इससे नेतृत्व क्षमता में सुधार होता है। सूर्य का मजबूत प्रभाव होने से नौकरी और व्यवसाय में तरक्की के साथ ही व्यक्ति का समाज में सम्मान बढ़ता है। इस रत्न को सोने की अंगूठी में रविवार को पहना जाता है और धारण करने से पहले सूर्य के मंत्रों का जाप करना शुभ माना जाता है। माणिक्य रक्त संबंधी परेशानियों से राहत देने में भी सहायक होता है।
मूंगा रत्न
मूंगा (कोरल) लाल रंग का रत्न है, जो मंगल ग्रह से संबंधित है। मंगल ग्रह ऊर्जा, साहस, और आत्मविश्वास का प्रतीक है, लेकिन जब यह कुंडली में कमजोर स्थिति में हो, तो मानसिक तनाव, आत्मविश्वास की कमी और निर्णय लेने में कठिनाई जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। ऐसे में मूंगा धारण करने से व्यक्ति में साहस और आत्मविश्वास बढ़ता है और मानसिक स्थिरता आती है। यह रत्न विशेष रूप से उन लोगों के लिए है, जिन्हें अकारण डर, बेचैनी, या निर्णय लेने में कठिनाई होती है। मूंगा रत्न चांदी की अंगूठी में जड़वाकर मंगलवार को धारण करना चाहिए। इसे धारण करने से पहले मंगल ग्रह के मंत्रों का जाप करना जरूरी माना जाता है ताकि रत्न अपना प्रभाव पूर्ण रूप से दे सके।
पाइराइट रत्न
पाइराइट (फूल्स गोल्ड) एक खास रत्न है, जो मेहनत और भाग्य को मिलाने वाला माना गया है। इस रत्न को विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी माना गया है, जो मेहनत तो बहुत करते हैं लेकिन करियर और कारोबार में तरक्की नहीं हो पाती। पाइराइट को धारण करने से व्यक्ति को उसकी मेहनत का फल मिलना शुरू हो जाता है, और कार्य में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। यह रत्न न केवल कामकाज में आने वाली अड़चनों को दूर करता है, बल्कि आर्थिक समस्याओं से भी राहत प्रदान करता है। इसे धारण करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे व्यक्ति धन और समृद्धि की ओर अग्रसर होता है।
ग्रीन जेड
ग्रीन जेड (हरा जेड) रत्न करियर और व्यवसाय में तरक्की के लिए अत्यधिक लाभकारी माना जाता है। यह रत्न आर्थिक स्थिति को सुधारने के साथ जीवन में सुख-समृद्धि लाने में सहायक है। इस रत्न को धारण करने से व्यक्ति के आत्मविश्वास और निर्णय क्षमता में सुधार होता है, जिससे उसे अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा और ऊर्जा मिलती है। ग्रीन जेड को किसी शुभ मुहूर्त में धारण करना चाहिए। इसका प्रभाव न केवल करियर में बल्कि पारिवारिक और सामाजिक जीवन में भी संतुलन बनाए रखने में सहायक है। माना जाता है कि यह रत्न मानसिक शांति और संतोष का संचार करता है, जो व्यक्ति को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता करता है।
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