इंदौर : सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने राज्य के सरकारी और निजी कॉलेजों को हेलमेट पहनने की हिदायत दी है। इस नियम के सख्ती से पालन के लिए कॉलेज एनएसएस और एनसीसी को इसकी मॉनिटरिंग करने की जिम्मेदारी दी है।
कई कॉलेजों ने इस नियम को लागू करने की पूरी तैयारी कर ली है। इसके तहत बिना हेलमेट के कॉलेज आने वाले छात्रों को दो बार समझाया जाएगा, तीसरी बार उन्हें कॉलेज में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा। हेलमेट को लेकर सड़कों पर चालानी कार्रवाई और पेट्रोल पंपों पर सख्ती के बाद शासन ने कॉलेज स्तर पर यह पहल शुरू की है।
शहर के कॉलेजों में अभी 50 प्रतिशत छात्र हेलमेट नियम का पालन नहीं करते हैं। ऐसे छात्रों का अब कैंपस में प्रवेश करते समय हेलमेट चेक किया जाएगा। कई छात्र तो ऐसे भी है, जिनके पास हेलमेट होते हुए भी वो इसका इस्तेमाल नहीं करेत है।
चूंकि पेट्रोल पंपों पर हेलमेट के बिना पेट्रोल नहीं देने का नियम ालगू है, इसलिए वो इसे बाइक पर लटका कर रखते है। कॉलेज संचालकों का कहना है कि हेलमेट के लिए जागरुकता अभियान को सालोंभर चलाया जाना चाहिए। होलकर साइंस कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ के एन चतुर्वेदी का कहना है कि हम अपने स्तर पर भी प्रयास करेंगे।
दोपहिया वाहनों को लेकर नियम बनाए जाए, ताकि दोपहिया वाहन वाले छात्र यदि माह में दो बार बिना हेलमेट के कॉलेज आते है, तो उन्हें कक्षा में प्रवेश न करने दिया जाए।