कोलकाता: गुरुवार (21 मार्च) को, तृणमूल कांग्रेस (TMC) उम्मीदवार (बिष्णुपुर निर्वाचन क्षेत्र) सुजाता मंडल उस समय विवादों में घिर गईं, जब उन्होंने ग्रामीणों को अपनी पार्टी के लिए वोट करने के लिए डराने-धमकाने की कोशिश की। यह घटना पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले के ओंधा विधानसभा क्षेत्र में उनके चुनाव प्रचार के दौरान हुई। स्थानीय महिलाओं से बात करते हुए, मंडल ने उन्हें प्रतिद्वंद्वी भाजपा के पक्ष में वोट डालने पर परिणाम भुगतने की धमकी दी।
सुजाता मंडल ने धमकी देते हुए कहा कि, “चुनाव के समय आप भाजपा को अपना वोट दे रहे हैं। आप लोटस (भाजपा का चुनाव चिन्ह) पर क्लिक कर रहे हैं। मुझे यह सीधे कहने दीजिए। मुझे इसकी परवाह नहीं है कि मीडिया या अन्य लोग इसे सुन रहे हैं। अगर मैं देखूंगी कि तृणमूल कांग्रेस को यहां से बढ़त नहीं मिली, तो हम आपकी शिकायतें सुनने के लिए यहां नहीं आएंगे।'' उन्होंने आगे ग्रामीणों का मज़ाक उड़ाते हुए कहा, “यह सच्चाई है। मैं इसे अभी बता रही हूं। हमारी पार्टी से कोई भी आपकी समस्या सुनने यहां नहीं आने वाला है। आप भाजपा से इसका पता लगा लीजिए।''
TMC उम्मीदवार ने कहा कि, 'ऐसा नहीं हो सकता कि जब भाजपा इस सीट से चुनी जाती रहेगी तो टीएमसी यहां काम करेगी। जहां भी तृणमूल कांग्रेस आगे होगी, मैं आपकी समस्याएं सुनने के लिए रात के अंधेरे में भी वहां आउंगी।” सुजाता मंडल को यह कहते हुए सुना गया, “जहां तृणमूल कांग्रेस को कोई बढ़त नहीं मिलेगी, वहां मेरे बारे में भूल जाइए, मेरी पार्टी के कार्यकर्ता भी नहीं आएंगे। एक टीएमसी 'सिपाही' के रूप में, मैं यह बर्दाश्त नहीं करूंगी कि ममता बनर्जी देती रहें लेकिन बदले में केवल विश्वासघात मिले।"
बता दें कि, यह पहली बार नहीं है कि किसी टीएमसी उम्मीदवार ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले धमकी दी है। हाल ही में पार्टी उम्मीदवार (उत्तर मालदा) प्रसून बनर्जी को केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और चुनाव आयोग के अधिकारियों को धमकी देते हुए सुना गया था। इससे पहले 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले, सुजाता मंडल ने दलित समुदाय को 'भिखारी' कहकर हंगामा खड़ा कर दिया। मीडिया से बात करते हुए सुजाता मंडल ने दावा किया था कि, ''भले ही ममता बनर्जी ने गरीब अनुसूचित जाति की मदद की है, लेकिन फिर भी उनकी कमी कभी कम नहीं होगी।''
इसके अलावा, टीएमसी नेता ने टिप्पणी की, “एक कहावत है कि कुछ लोग स्वभाव से भिखारी होते हैं जबकि कुछ लोग परिस्थिति से भिखारी होते हैं। यहां की अनुसूचित जातियां स्वभाव से भिखारी हैं।" उन्होंने दलित समुदाय पर कृतघ्न होने और प्रतिद्वंद्वी भाजपा का साथ देने का भी आरोप लगाया था। सुजाता ने कहा था कि “ममता बनर्जी ने उनके लिए बहुत कुछ किया है लेकिन उन्होंने अब पैसे के बदले खुद को भाजपा को बेच दिया है। ”
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