गुना: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित हुए नेताओं को विशेष सलाह देते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं को उनके अनुभव से सीख लेनी चाहिए. एक समारोह को संबोधित करते हुए सिंधिया ने मंच से आंख मारकर इशारा किया तथा कहा कि मेरे अनुभव से सीख ले लो. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में रहकर मैंने खुद अनुभव किया था कि पार्टी के हालात क्या हैं. सिंधिया ने कहा कि वे दिल का रिश्ता बनाते हैं तथा यदि आपको अवसरों के आधार पर रिश्ता बनाना है तो दिग्विजय सिंह के पास जाओ.
सिंधिया ने कहा, 'मैं तो 2020 से ही प्रयास में लगा था. आप देख लो कि मेरी ये तीन- साढ़े तीन वर्ष की मेहनत है. मैं बोलते रहा, विश्वास मत रखना, विश्वास इधर (अपने दिल) में रखना. सुना नहीं. मैं इसलिए बोल रहा हूं क्योंकि मैंने स्वयं अनुभव किया था. कभी-कभी दूसरों के अनुभव से भी सीख लेना चाहिए. देर आए, पर दुरुस्त आए. मैं सच बता रहा हूं कि मैं खोज में था. मैं इसलिए खोज में था क्योंकि हम लोगों को भी अच्छे लोगों की आवश्यकता है... मेरा दिल का रिश्ता बनता है. यदि अवसरों के आधार पर रिश्ता बनना है तो पड़ोस में जाओ..'
ज्योतिरादित्य सिंधिया इन दिनों गुना लोकसभा सीट के दौरे पर हैं. इस के चलते बमोरी विधानसभा क्षेत्र के उमरी में आयोजित आदिवासी सम्मेलन में ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुंचे थे. समारोह में ज्योतिरादित्य सिंधिया आदिवासियों के पारंपरिक ढोल को बजाते हुए नाचते नजर आए . सिंधिया की ये तस्वीर वायरल होते ही कांग्रेस पार्टी ने सिंधिया का घेराव कर लिया. कांग्रेस ने सिंधिया को गद्दार भी कहा. इस मामले में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, कांग्रेस के पास कोई काम नहीं बचा है. सिर्फ कटाक्ष करना ही उनका काम है. देश के लोगों ने कांग्रेस को नकार दिया है तभी विधानसभा चुनाव में उन्हें बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा. हरदा में हुई दुर्घटना का सभी को दुख है.
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