यदि आपका बच्चा भी करता है ऐसा बर्ताव तो अभी जान लें ये जरूरी बात

यदि आपका बच्चा भी करता है ऐसा बर्ताव तो अभी जान लें ये जरूरी बात
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माता-पिता की हमेशा यह कोशिश रहती है कि वे अपने बच्चों को सही आदतें सिखाएं और उन्हें हर तरीके से अच्छा बनाएँ। लेकिन कई बार हमें यह समझ नहीं आता कि बच्चों में अचानक गुस्सा या जिद कैसे आ जाती है। अक्सर ऐसा होता है कि हम बच्चों को कुछ सिखाने की कोशिश करते हैं, लेकिन असल में बच्चे हमारे घर के माहौल से ही सीखते हैं। कभी-कभी अनजाने में हमारी कुछ आदतें बच्चों को जिद्दी बना देती हैं। आइए जानते हैं कौन सी 7 आदतें आपके बच्चे को जिद्दी बना सकती हैं।

1. ओवर प्रोटेक्टिवनेस (Overprotectiveness)

अगर माता-पिता अपने बच्चों को ज्यादा सुरक्षा प्रदान करते हैं, तो यह एक गलत आदत बन सकती है। हमेशा उनके हर छोटे-छोटे मसलों को सुलझाकर आप उन्हें जीवन के चैलेंजेज़ के लिए तैयार नहीं करते। बच्चों को हर चीज देने और उनकी हर इच्छा पूरी करने से वे जिद्दी हो सकते हैं। उन्हें खुद समस्याओं का सामना करने का मौका देना जरूरी है।

2. रूटीन का न होना

बच्चों के जीवन में एक नियमित दिनचर्या होनी चाहिए। एक कंसिस्टेंट डेली रूटीन से बच्चों में अनुशासन आता है और वे अपनी दिनचर्या को समझ पाते हैं। अक्सर माता-पिता सोचते हैं कि “बच्चा है, बाद में कर लेगा” और चीजों को टाल देते हैं। लेकिन समय पर सोना, खाना और अन्य गतिविधियाँ बच्चों के लिए जरूरी हैं।

3. बच्चों की हर जिद मानना

वर्किंग माता-पिता अक्सर अपने बच्चों को पर्याप्त समय नहीं दे पाते। ऐसे में वे अपनी गिल्टी को दूर करने के लिए बच्चों की हर मांग पूरी कर देते हैं। लेकिन जब आप हमेशा उनकी मांगें पूरी करेंगे और बाद में उन्हें मना करेंगे, तो वे जिद्दी हो सकते हैं। याद रखें कि समय की भरपाई चीजों से नहीं होती; बच्चे काम की कीमत सीखते हैं, तो गिल्ट में न रहें।

4. अनुशासन की कमी

अगर आप अपने बच्चों को अनुशासन सिखाना चाहते हैं, तो खुद अनुशासित होना भी जरूरी है। बच्चों के व्यवहार पर माता-पिता का प्रभाव पड़ता है। अगर आपका खुद का कोई रूटीन नहीं है या आप अनुशासित नहीं हैं, तो बच्चे भी जिद्दी हो सकते हैं।

5. नेगेटिव व्यवहार पर ज्यादा जोर

जब बच्चे कुछ गलत करते हैं, तो हम उन्हें डांटते हैं, लेकिन जब वे कुछ अच्छा करते हैं, तो उनकी तारीफ करना भूल जाते हैं। बार-बार बच्चों के नकारात्मक व्यवहार को ही हाइलाइट करने से वे चिड़चिड़े और जिद्दी हो सकते हैं। सकारात्मक व्यवहार को भी सराहा जाना चाहिए।

6. पूरी बात न बताना

कभी-कभी हम बच्चों को कुछ करने से मना कर देते हैं, लेकिन इसके पीछे का कारण नहीं बताते। अगर आप कोई नियम बना रहे हैं, तो बच्चों को इसके बारे में पूरी जानकारी दें और उसकी वजह बताएं। उनकी भावनाओं को सुनना और समझना भी जरूरी है, ताकि वे आपके फैसलों को बेहतर समझ सकें।

7. आपकी जिद्द

बच्चे अक्सर अपने माता-पिता के व्यवहार की नकल करते हैं। अगर आप खुद जिद्दी हैं और हर बात पर अड़ जाते हैं, तो बच्चे भी ऐसा ही करेंगे। परिवार का माहौल बच्चों के व्यवहार पर सीधा असर डालता है। इसलिए, अपने व्यवहार में सुधार करें ताकि बच्चों को भी सही आदतें मिल सकें।

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