कोरोना महामारी के कारण देश के प्रत्येक क्षेत्रो बहुत प्रभाव पड़ा है. वही इस बीच इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास्स कम्युनिकेशन ने विभिन्न पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में एंट्री करने के लिए ऑर्गनाइज़ की जाने वाली एंट्री एग्जाम को रद्द करने का फैसला लिया है. प्राप्त हुई जानकारी के मुताबिक, भारतीय जनसंचार संस्थान इस साल पीजी डिप्लोमा कोर्सेस में एंट्री के लिए मेरिट आधारित एडमिशन प्रोसेस को अपनाते हुए क्वालिफाईंग एग्जाम में उम्मीदवारों के अंकों के आधार पर एंट्री देने का फैसला किया है.
वही संस्थान द्वारा एडमिशन एग्जाम की जगह मेरिट के आधार पर एंट्री देने का फैसला वर्तमान वक़्त में देश भर में कोरोना महामारी की स्थिति को देखते हुए लिया गया है. आईआईएमसी द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, प्रत्येक वर्ष ऑर्गनाइस की जाने वाली परंपरागत प्रवेश परीक्षा के जगह इस साल ऐसी एडमिशन प्रोसेस को अपनाने का फैसला किया गया है. जिसमें उम्मीदवारों को क्वालिफाईंग एग्जाम यानि स्नातक के साथ-साथ इंटरमीडिएट और मैट्रिकुलेशन परीक्षाओं के अंकों ज्यादा वेटेज दिया जाएगा.
तत्पश्चात, सस्थान द्वारा ऑनलाइन इंटरव्यू का समारोह किया जाएगा. इस तरह इस साल भारतीय जनसंचार संस्थान पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश उम्मीदवारों के स्नातक स्तर तक के अंकों और ऑनलाइन इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा. भारतीय जनसंचार संस्थान के एडमिशन सम्बन्धी नई सिलेक्शन प्रोसेस इंस्टिट्यूट के चार सबसे प्रतिष्ठित पाठ्यक्रमों के लिए लागू होंगे. इन पाठ्यक्रमों में इंग्लिश जर्नलिज्म, हिन्दी जर्नलिज्म, रेडियो एवं टेलीविजन जर्नलिज्म और एडवर्टाजिंग एवं पब्लिक रिलेशंस में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा सम्मिलित हैं.
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