मिली जानकारी के मुताबिक़ बताया जा रहा है की इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी (IIT) में फाइनल प्लेसमेंट के पहले दौर के बाद करोड़पतियों की भीड़ कम हो गई है.इस साल करोड़ रुपये से ज्यादा सैलरी का ऑफर पाने वाले स्टूडेंट्स की संख्या 2014 के मुकाबले 50 पर्सेंट से ज्यादा घटी है.
अलग-अलग कैंपस के अनुमान के मुताबिक, एक करोड़ रुपये से ज्यादा का (बेस सैलरी, ईसॉप्स, जॉइनिंग बोनस और रिलोकेशन अलाउंस सहित) ऑफर पाने वाले स्टूडेंट्स की संख्या पिछले साल के मुकाबले 30-40 पर्सेंट तक कम हुई है. मद्रास, रुड़की, BHU, गुवाहाटी और खड़गपुर के आईआईटी में करोड़ रुपये से ज्यादा ऑफर पाने वाले स्टूडेंट्स की संख्या पिछले साल के 27 से घटकर 15 रह गई. 2014 की तुलना में इनकी संख्या 50 पर्सेंट से ज्यादा घटी है.
आईआईटी रुड़की में प्लेसमेंट के प्रफेसर इंचार्ज एन.पी.पाढ़ी ने कहा, 'देशभर के आईआईटी में एक करोड़ रुपये से ज्यादा का पैकेज पाने वाले स्टूडेंट्स की संख्या घटकर 2014 के बाद सबसे निचले स्तर पर आ गई है. उन्होंने बताया कि इसकी कई वजह एक तो अमेरिकी कंपनियों की तरफ से इंटरनैशनल ऑफर्स घटे हैं. दूसरी, विदेशी कंपनियों ने स्टॉक ऑप्शंस में कटौती की है. तीसरी वजह यह है कि गूगल जैसी कुछ कंपनियां ऑफ कैंपस मोड से हायरिंग कर रही हैं.
आईआईटी गुवाहाटी में सेंटर ऑफ करियर डिवेलपमेंट के हेड कौस्तुभ मोहंती ने कहा, 'जब हम कंपनियों से इस बारे में पूछते हैं तो उनका जवाब होता है कि ग्लोबल इकॉनमी की हालत ठीक नहीं है. इसलिए इंटरनैशनल रिक्रूटमेंट्स घटे हैं.सभी आईआईटी में 2014 में एक करोड़ रुपये से ज्यादा सैलरी पैकेज के 60 से ज्यादा ऑफर आए थे. अब उनकी संख्या घटकर 50 पर्सेंट से कम रह गई है.