भोपाल: मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि राज्य में अवैध रूप से चल रहे उन मदरसों और संस्थानों का रिव्यू किया जाएगा, जहां कट्टरता का पाठ पढ़ाया जा रहा है। मध्यप्रदेश में कट्टरता एवं अतिवाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आगे उन्होंने कहा, सोशल मीडिया पर नजर रखें, भ्रामक खबरें, संवेदनहीन, कट्टरवाद बढ़ाने वाले कमेंट लिखने वालों को पहचानें तथा आवश्यक कार्यवाई करें।
सीएम शिवराज ने पुलिस के द्वारा विगत दिवस की गई अच्छी कार्रवाई के लिए बधाई देते हुए कहा, शराब के अहाते बंद होने के बाद कहीं और से शराब न बिके इस पर सतत नजर रखें और कार्यवाई करें। ऐसे स्थानों को ध्वस्त करें। साथ ही सीएम शिवराज चौहान ने नक्सलियों के खिलाफ बालाघाट में हुई कार्यवाही की खास तौर पर सराहना की। इस समीक्षा बैठक में राज्य के गृहमंत्री डा नरोत्तम मिश्रा समेत मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस, पुलिस महानिदेषक सुधीर सक्सेना आदि उपस्थित थे।
आपको बता दे कि असम में बड़े स्तर पर अभियान चलाते हुए अवैध एवं बिना मान्यता प्राप्त मदरसों पर बहुत बड़ी कार्रवाई करते हुए कई मदरसे जमीदोंज कर दिए थे। तब बताया जा रहा था कि ऐसे मदरसों में या तो कट्टरता का पाठ पढ़ाया जा रहा था या वहां से बच्चों के यौन शोषण की खबरें आ रहीं थीं। असम की भांति यूपी में भी बिना पंजीकरण चलाए जा रहे मदरसों की शिनाख्त की गई है। इन प्रदेशों के पश्चात् अब मध्य प्रदेश की सरकार ने कट्टरता का पाठ पढ़ाने वाले मदरसों पर कार्रवाई का आदेश दिया है।
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