नई दिल्ली: मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, 11-12 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनेगा, जिससे कमजोर पड़े मॉनसून को शक्ति मिलेगी. मॉनसून के पश्चिमी यूपी के बचे हिस्सों, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कुछ और हिस्सों के साथ दिल्ली में 10 जुलाई के आस-पास आगे बढ़ने का अनुमान है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बीते 15 वर्षों में इस बार मॉनसून (Monsoon) सबसे देरी से पहुंचेगा.
दिल्लीवाले भले ही बारिश की प्रतीक्षा कर रहे हैं, लेकिन बिहार में बारिश से लोगों का हाल हाल है. बिहार के कई जिले इस समय भयंकर बाढ़ (Flood) की चपेट में है. गांव टापू बने हैं, नदियां उफन रही हैं, लोग पलायन कर रहे हैं. बिहार में इस समय बाढ़ से हालात लगातार बिगड़ रहे हैं. बाढ़ का पानी घरों में घुस रहा है. बता दें कि बिहार प्रति वर्ष बाढ़ का दंश झेलता है. करोड़ों लोग प्रभावित होते हैं. सैंकड़ों की तादाद में लोग और मवेशी मरते हैं. एक तरह से बाढ़ बिहार में सालाना त्रासदी बन चुकी है, जो प्रतिवर्ष आती ही है. यही कारण है कि बिहार देश का सबसे अधिक बाढ़ प्रभावित इलाका है. बता दें कि सुगौली के इस गांव में सिकरहना नदी से भयानक कटाव हो रहा है.
दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में लोग मॉनसून का बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे हैं. मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि 10 जुलाई से उत्तर भारत में मॉनसून की स्थिति बन रही है. ऐसे में अब जल्दी ही दिल्ली में मॉनसून प्रवेश कर लेगा.
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