इस्लामाबाद: 1947 में भारत से अलग होकर इस्लामी मुल्क बना पाकिस्तान इस वक़्त सबसे बड़े आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. इससे निपटने के लिए पड़ोसी मुल्क को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से बेल आउट पैकेज की सख्त दरकार है, मगर अभी वो राहत पैकेज मिलता नजर नहीं आ रहा है. हाल ही में IMF की टीम पाकिस्तान के दौरे पर आई थी, मगर बगैर कुछ कहे ही वापस लौट गई. अब खबर है कि पहले से ही महंगाई की मार झेल रही जनता का खून चूसने की तैयारी हो चुकी है. दरअसल, अब पाकिस्तान जल्द ही जनता पर टैक्स का बोझ बढ़ाने वाला है.
रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने शुक्रवार (10 फरवरी) को टैक्स बढ़ाने को लेकर इशारा कर दिया है. इशाक डार ने इमरान खान पर देश को आर्थिक विनाश की तरफ धकेलने का इल्जाम लगाते हुए कहा कि इन चीजों को ठीक करना आवश्यक है. ये सुधार दर्दनाक हैं, मगर जरूरी हैं. बता दें कि, इशाक डार IMF के साथ हुए समझौतों को लेकर मीडिया से बात कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने बताया कि सरकार 170 अरब रुपये के नए टैक्स लगाने की तैयारी में है.
बता दें कि, IMF की टीम 31 जनवरी से 9 फरवरी तक 10 दिनों के लिए पाकिस्तान आई थी. टीम पाकिस्तान सरकार को 7 अरब डॉलर का कर्ज देने को लेकर स्थिति की समीक्षा करने आई थी. उसे यहां समझौता पर सहमति बनानी थी, मगर यहां उसने पाकिस्तान को नियम और शर्तों का ज्ञापन थमा दिया और बगैर कुछ कहे ही वापस लौट गई.
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