नई दिल्ली : नोटबन्दी का आज 41 वां दिन हैं, कल रविवार के अवकाश के बाद जब आज बैंक खुलेंगे तो रुपए निकालने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ना तय है, क्योंकि नकद की परेशानी अभी भी बनी हुई है. उधर रिजर्व बैंक के गवर्नर 22 दिसंबर को नोटबंदी को लेकर संसदीय समिति के सामने जानकारी पेश करेंगे.
जैसा कि सबको पता ही है कि अभी भी देश के कई हिस्सों में एटीएम और बैंकों के बाहर कतार लगी हुई है. 41 दिन बाद भी लोग सुबह से ही कतारों में खड़े हो रहे हैं. नकद की दिक्कत जारी है.हालांकि बैंकों के अलावा आज आप देशभर में एटीएम और पेट्रोल पंप के जरिए भी कैश निकाल सकते हैं इस बीच नोटबन्दी पर कुछ नई बातें सामने आई है.पहला तो यह कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संकेत दिए हैं कि जितने नोट बंद हुए हैं वो पूरे नोट नहीं छापे जाएंगे. कैश की कमी को डिजिटल लेनदेन से पूरा किया जाएगा.नोटबंदी के बाद कैशलेस ट्रांसजेक्शन में तेजी आई है.वहीं आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दावा किया है कि सरकार ने वेबसाइट के जरिए 4 दिनों में करीब दस लाख लोगों को नकद विहीन लेनदेन का प्रशिक्षण दिया.
जबकि उधर चुनाव आयोग ने सरकार से कहा है कि पार्टियों को गुप्त चंदे पर रोक लगनी चाहिए. 2 हजार का भी चंदा मिला है तो पार्टियों को बताना चाहिए कि कहां से मिला है.वहीं आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने हालात की जानकारी देते हुए बताया कि कैश की किल्लत जल्द दूर होगी.नोटबंदी के बाद से अब तक साढ़े पांच लाख करोड़ रुपये के नए नोट बाजार में आ चुके हैं.फिर भी सरकार के दावों के बीच ये सवाल बना हुआ है कि जब आम लोगों को नकद नहीं मिल रहा है तो कुछ लोगों तक लाखों रुपए के नए नोट कैसे पहुंच रहे हैं.