6 जुलाई को पहले सोमवार के साथ ही इस बार सावन माह की शुरुआत हो गई थी। इस बार सावन माह में कुल 5 सोमवार आएंगे। दो सोमवार बीत चुके हैं और आगामी यानी कि तीसरा सोमवार 20 जुलाई को है। वहीं चौथा सोमवार 27 जुलाई तो सावन का 5वां और अंतिम सोमवार 3 अगस्त को आने वाला है। इस बार ख़ास बात यह है कि सावन के अंतिम सोमवार को ही रक्षा बंधन का पवित्र त्यौहार भी मनाया जाना है। हर साल रक्षा बंधन का पवित्र त्यौहार सावन माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
सावन का महीना सभी महीनों में श्रेष्ठ माना जाता है और यह तीनों लोकों के स्वामी भगवान भोलेनाथ को भी बेहद प्रिय होता है। इस पूरे माह में भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। बाबा के मंदिरों में इस दौरान पूरे माह भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि आखिर सावन माह का महत्त्व क्या है ?
जानिए सावन माह का क्या है महत्त्व ?
सावन का महत्त्व इस बात से बढ़ता है कि इसी माह में पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान भोलेनाथ ने समुद्र मंथन किया था और इस दौरान समुद्र से विष निकला था, जिसे कि भगवान शंकर ने अपने कंठ में उतार लिया था और उन्होंने पूरी सृष्टि की रचना की थी। इसी के कारण शिव जी का नाम नीलकंठ भी पड़ गया था। बाद में सभी देवी-देवताओं ने शिव जी को जल अर्पित किया था। सावन के पवित्र माह में भगवान शिव की पूजा का ख़ास महत्त्व इस कारण से और अधिक बढ़ जाता है। आपको बता दें कि अधिक मात्रा में भक्त सावन के सोमवार का व्रत भी रखते हैं।
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