इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिए कड़ी पाबंदियां लगाने से इनकार करते हुए कहा कि इस 'कुलीन' विचार से इकॉनमी का बंटाधार हो जाएगा गरीबी बढ़ेगी. इस बीच रविवार को देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले एक लाख के पास पहुंच गए तथा मृतकों की तादाद 2,000 को पार कर गई.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के 4,960 नए मामले दर्ज किए गए हैं। जिसके साथ संक्रमण के कुल 98,943 केस हो गए. कोरोना वायरस से संक्रमित 67 लोगों की मौत के साथ मुल्क में मृतक संख्या 2,002 हो गई. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अब तक कम से कम 33,465 लोग इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं. अब तक पाकिस्तान के पंजाब में संक्रमण के 37,090, सिंध में 36,364, खैबर पख्तूनख्वा में 13,001, बलूचिस्तान में 6,221, इस्लामाबाद में 4,979, गिलगिट-बाल्टिस्तान में 927 और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कोरोना वायरस के 361 मामले सामने आए हैं.
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच पीएम इमरान खान ने शनिवार को कहा कि लोगों के बीच कोरोना वायरस महामारी की गंभीरता को लेकर जागरूकता लाने की जरुरत है. उन्होंने सख्त पाबंदियां फिर से लागू करने की संभावना से साफ मना किया और मानक संचालन प्रक्रियाओं के सख्त पालन के साथ 'स्मार्ट लॉकडाउन' की वकालत की. इमरान खान ने कई ट्वीट किए. इनमें पाक पीएम ने कहा कि,''कुलीन वर्ग के कुछ लोग लॉकडाउन चाहते हैं, वे लोग जिनके पास बड़े-बड़े घर हैं जिनकी आमदनी लॉकडाउन लगाने से प्रभावित नहीं होती.''
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