इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने एक बार फिर अपने बयान में अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय को लेकर भारत सरकार पर हमला किया है. मंगलवार को दिए गए अपने बयान में इमरान खान ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान में बसे अल्पसंख्यक समुदाय के बीच तुलना करने का प्रयास किया है. इमरान ने कहा कि उनके 'नए पाकिस्तान' में अल्पसंख्यक समुदायों को बराबरी का दर्जा दिया गया है. इससे कुछ दिन पहले भी इमरान ने मोदी सरकार पर निशाना साधा था.
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इमरान ने कहा था कि वे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सिखाएंगे कि अल्पसंख्यकों के साथ कैसा वर्ताव करना चाहिए. जिन्ना के जन्मदिन पर इमरान ने नया बयान देते हुए कहा कि 'मुसलमानों के लिए एक अलग देश बनाने के लिए जिन्ना का संघर्ष तभी शुरू हुआ जब उन्हें महसूस हुआ कि मुसलमानों के साथ भारत में उस तरह से व्यव्हार नहीं होगा जैसा हिंदु समुदाय के साथ होगा.' इमरान की ओर से यह बयान उस समय आ रहे हैं, जब बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने देश में गौरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा पर बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया था. उन्होंने कहा था कि देश में बढ़ रही धार्मिक असहिष्णुता पर अब उन्हें भारत में डर लगने लगा है. नसीरुद्दीन के इस बयान के बाद इमरान ने भी भारत के खिलाफ बयान देना शुरू कर दिया है.
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मंगलवार को इमरान खान ने पाकिस्तान के कायदे आज़म मुहम्मद अली जिन्ना के जन्मदिन के अवसर पर यह नया बयान दिया है. इमरान ने इस मौके पर ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'नया पाकिस्तान, क़ायद-ए-आजम मुहम्मद अली जिन्ना का पाकिस्तान है और हम यह सुनिश्चित करेंगे पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों के साथ समान नागरिकों की तरह व्यव्हार हो न कि वैसा व्यव्हार जैसा कि भारत में हो रहा है.' इमरान ने कहा कि मुहम्मद अली जिन्ना ने पाकिस्तान की कल्पना एक लोकतांत्रिक और मात्र मोहब्बत वाले देश के रूप में की थी.
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