तालिबान तथा पाकिस्तान के मध्य सरकार के गठन को लेकर तनातनी उत्पन्न होती नजर आ रही है। तालिबान के कड़े बयान के पश्चात् अब एक बार फिर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने तालिबान को चेतावनी देते हुए बोला है कि यदि देश में एक समावेशी सरकार के गठन नहीं किया तो आने वाले वक़्त में गृहयुद्ध होगा। बता दें कि इमरान खान के ऐसे ही बयान पर तालिबान ने बोला था कि अफगानिस्तान में एक 'समावेशी' सरकार स्थापित करने के लिए बोलने का किसी देश को कोई हक़ नहीं है।
वही इतना ही नहीं इमरान खान ने तालिबान सरकार को मान्यता देने के लिए अपनी शर्तों में बोला है कि अफगानिस्तान की जमीन का उपयोग ऐसी आतंकवादी ठिकानों के लिए नहीं होना चाहिए जिससे पाकिस्तान की सुरक्षा को संकट हो। अपने एक इंटरव्यू में इमरान खान ने कहा, "यदि वे सभी गुटों को सम्मिलित नहीं करते हैं तो आज नहीं तो कल वहां गृहयुद्ध होगा।" उन्होंने यह भी बोला कि इसका अर्थ होगा कि अफगानिस्तान अस्थिर तथा अराजक होगा इसके अतिरिक्त यह दहशतगर्दो के लिए स्वर्ग बन जाएगा।
पीएम इमरान खान ने तालिबान सरकार को मान्यता देने के लिए पाकिस्तान की शर्ते बताई हैं। इमरान खान ने पड़ोसी देश में नए नेतृत्व को समावेशी होने तथा मानवाधिकारों का सम्मान करने का आह्वान किया। उन्होंने तालिबान को याद दिलाया कि अफगानिस्तान का उपयोग ऐसे दहशतगर्दो को ठिकाने लगाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए जो पाकिस्तान की सुरक्षा के लिए संकट उत्पन्न कर सकते हैं।
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