नई दिल्ली: आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के 17वें स्थापना दिवस का अनावरण किया। इस वर्ष स्थापना दिवस का विषय ‘हिमालयी क्षेत्र में आपदा के मामलों के व्यापक असर’ है। इस अवसर पर गृहमंत्री अमित शाह ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, NDRF तथा SDRF ने 17 वर्षो में देश के आपदा प्रबंधन के इतिहास को परिवर्तित करने का काम किया तथा पूरे देश की संवेदनशीलता आपदा प्रबंधन के साथ जोड़ने का कार्य किया है।
वही अमित शाह ने ‘आपदा मित्र योजना’ का आरम्भ किया तथा कहा कि इस आरम्भ से बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में फंसे व्यक्तियों को सेकंडों में सहायता प्राप्त हो सकेगी। उन्होंने आपदा मित्र कॉन्सेप्ट का जिक्र करते हुए बताया कि यदि किसी भी इलाके में आए आपदा पर जल्दी रिस्पोंड करना है तो ये लोग ही कर सकती है, गांव-गांव में आपदा मित्र ही कर सकते हैं। आपदा मित्र का कॉन्सेप्ट काफी शानदार है, लोगों को आपदा के लिए तैयार करना आवश्यक है।
वही अमितशाह ने आगे बताया, आपदा मित्र को 25 प्रदेशों में 30 बाढ़ ग्रस्त ज़िलों में प्रयोगात्मक रूप में आरम्भ किया गया है। 5500 आपदा मित्रों को और आपदा सखियों को इसमें जोड़ा गया है। अब हम आपदा से प्रभावित होने वाले 350 शहरों में आपदा मित्र योजना को निर्धारित करने जा रहे हैं। इस समारोह में हिमालयी इलाके में भूस्खलन, बादल फटने, भूकंप तथा हिमनद झील के प्रकोप वाली बाढ़ (ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड) समेत आपदा घटनाओं के व्यापक असरों पर बातचीत हुई।