उज्जैन। महाकाल मंदिर में श्रावण मास के पश्चात् उज्जैनवासियों के लिए मंदिर प्रशासन ने अलग द्वार से प्रवेश देने की सुविधा देने की बात कही है।रविवार को हाेने वाली प्रबंध समिति की बैठक में इस मुद्दे पर विशेष चर्चा होगी। विशेष द्वार से प्रवेश के लिए नगरवासियों को अपना आधार कार्ड दिखाना अनिवार्य होगा। श्रावण मास की व्यवस्था को अंतिम रूप देने के लिए रविवार को कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम की अध्यक्षता में प्रबंध समिति की बैठक आयोजित होगी।
इस बैठक में दर्शन व्यवस्था तय की जाएगी। सामान्य दर्शनार्थी, वीआइपी तथा कावड़ यात्रियों के प्रवेश को लेकर निर्णय होगा। साथ ही उज्जैन में रहने वाले लोगों के लिए अलग द्वार से प्रवेश की व्यवस्था पर भी निर्णय होगा। श्रावण महोत्सव में प्रस्तुति देने वाले कलाकारों के नामों पर भी प्रबंध समिति की बैठक में स्वीकृति की मुहर लगेगी। जानकी के मुताबिक उज्जैनवासी कर सकेंगे पृथक द्वार से दर्शन ।
महाकाल मंदिर में उज्जैन के लोगों को देशभर से आने वाले लोगों के साथ दर्शन की लंबी कतार में लगना पड़ता है। स्थानीय भक्त इस व्यवस्था से परेशान हैं। लंबे समय से यह मांग उठती आ रही थी कि मंदिर में उज्जैन के लोगों के लिए अगल से द्वार होना चाहिए, जहां वें अपना आधार कार्ड दिखाकर बिना किसी परेशानी के भगवान के दर्शन कर सकें। इस मुद्दे को महापौर मुकेश टटवाल पिछली प्रबंध समिति में रख चुके हैं। इस पर सैद्धांतिक सहमति भी प्राप्त हो चुकी है। महापौर ने बताया रविवार को होने वाली प्रबंध समिति की बैठक में इस मुद्दे पर निर्णय हो जाएगा।
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