उज्जैन। शहर में स्थित महाकाल मंदिर में श्रावण मास के चलते रविवार को मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में की गयी। जिसमे देशभर से आने वाले कावड़ यात्रियों को मंगलवार से शुक्रवार यानि सप्ताह में चार दिन विशेष द्वार गेट न. 4 से प्रवेश मिलेगा। इसके लिए कावड़ यात्रा संघ के प्रमुख को मंदिर कार्यालय में आवेदन कर विधिवत अनुमति प्राप्त करना होगी। जिससे की श्रावण मास में देशभर से उज्जैन आये कावड़ यात्री को भगवान महाकाल का जलाभिषेक करने में राहत मिल सके। और जो कावड़ यात्री शनिवार, रविवार व सोमवारको महाकाल मंदर दर्शन करने आएंगे तो उन्हें सामान्य दर्शनार्थियों की कतार में लगकर मंदिर में प्रवेश करना होगा।
साथ ही इस बैठक में श्रावण मास के दौरान चलित भस्म आरती व्यवस्था को भी चालू रखने का निर्णय लिया गया है। समिति के निर्णय अनुसार जिन भक्तों ने भस्म आरती दर्शन के लिए मंदिर प्रशासन अनुमति ली है, वे बैठकर दर्शन करेंगे। जिन भक्तों ने अनुमति नहीं ली है, वे चलायमान व्यवस्था के तहत दर्शन करते हुए बाहर निकलेंगे।
बैठक में पं.राम पुजारी ने चौरासी महादेव यात्रा करने वाले भक्तों के परिसर में प्रवेश का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर में चौरासी महादेव के चार मंदिर हैं तथा महालोक के पास सप्त सागरों में से एक रूद्र सागर है। इनके दर्शन पूजन के लिए चौरासी महादेव व सप्त सागरों की यात्रा करने वाले दर्शनार्थियों को विशेष सुविधा दी जानी चाहिए। इस पर समिति सदस्यों ने सप्ताह में चार दिन मंगलवार, बुधवार, गुरुवार व शुक्रवार को भीड़ की स्थिति को देखते हुए परिसर में प्रवेश देने का निर्णय लिया।
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