भोपाल: नववर्ष में जारी सीएम शिवराज सिंह चौहान की समीक्षा बैठकों में वो कड़े एक्शन में नजर आए हैं। सोमवार से 5 दिन तक चलने वाली 50 से अधिक बैठकों के प्रथम दिन ही भ्रष्टाचार के इल्जामों में लिप्त अफसरों को सीएम की नाराजगी का शिकार होना पड़ा। शिवराज सिंह चौहान ने बीच मीटिंग में एक जिलाधिकारी को कॉल लगाकर भ्रष्ट अफसर को तत्काल निलंबित करने के निर्देश जारी कर दिए। शेष अधिकारीयों को ताकीद की कि ये बर्दाश्त नहीं होगा।
वही सोमवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दिन भर भिन्न-भिन्न विभागों की समीक्षा बैठक की। मीटिंग के आखिर में श्रम विभाग की समीक्षा थी। मुख्यमंत्री ने बैठक के बीच में ही जिलाधिकारी विदिशा उमाशंकर भार्गव को कॉल किया तथा कॉल पर सीईओ जनपद सिरोंज शोभित त्रिपाठी को निलंबित करने के निर्देश दे दिए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विदिशा- सिरोंज में कन्या विवाह/निकाह योजना में गड़बड़ी से खफा थे। उन्होंने बोला, जो अपराधी है, उन्हें हटाएं, कैसे हुई गड़बड़ी? मुख्यमंत्री ने अपराधियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर तत्काल जेल भेजने के लिए भी कहा।
साथ ही सीएम शिवराज सिंह चौहान नववर्ष में तकरीबन सभी विभागों की समीक्षा बैठक कर रहे हैं। सोमवार से आरम्भ हुआ बैठकों का सिलसिला अगले 5 दिन तक निरंतर चलेगा। इस के चलते वह 50 से भी अधिक बैठके करेंगे। कहा जा रहा है कि बैठकों के चलते परिणाम संतोषजनक नहीं पाए जाने पर कुछ मंत्रियों की छुट्टी भी हो सकती है। तथा अपराधी अफसरों पर गाज गिरना भी तय है।
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