लखनऊ: समाजवादी पार्टी के सांसद बाबू सिंह कुशवाहा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने लखनऊ के कानपुर रोड पर स्थित उनकी करोड़ों रुपए की जमीन को जब्त कर लिया है और वहां किए गए निर्माण को भी तोड़ दिया है। यह कार्रवाई राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) घोटाले से संबंधित है, जिसमें कुशवाहा आरोपित हैं।
ED इस मामले की जांच काले धन से संबंधित धन शोधन अधिनियम (PMLA) के तहत कर रही है। जब्त की गई जमीन पर निर्माण को तोड़ने के लिए बुलडोजर का भी इस्तेमाल किया गया। एनएचआरएम घोटाला उस समय हुआ था जब बाबू सिंह कुशवाहा उत्तर प्रदेश की बसपा सरकार में परिवार कल्याण मंत्री थे। इस घोटाले के चलते कुशवाहा चार साल तक जेल में भी रहे थे। कुशवाहा की जमीन लखनऊ के सरोजिनी नगर थाना क्षेत्र में स्कूटर इंडिया के पास स्थित है और इसे काफी कीमती बताया जा रहा है। ED अब तक कुशवाहा की लगभग 250 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर चुकी है और अब यह नई कार्रवाई की गई है।
यह घोटाला मायावती के मुख्यमंत्री रहने के दौरान हुआ था, और यह 10,000 करोड़ रुपए से अधिक का बताया गया था। NHRM के तहत यह कोष केंद्र सरकार ने आवंटित किया था। इसके अलावा, कुशवाहा ने उत्तर प्रदेश श्रम निर्माण एवं सहकारी संघ लिमिटेड (लैकफेड) में भ्रष्टाचार करके करोड़ों रुपए कमाए और बेनामी संपत्तियों में निवेश किया। ED की जांच में कुशवाहा की अरबों रुपए की संपत्ति का खुलासा हुआ है, जो उनके परिवार, रिश्तेदारों और करीबियों के नाम पर हैं। जांच एजेंसियों ने इन अवैध संपत्तियों की पूरी सूची तैयार की है और उनकी जब्ती का काम जारी है। वर्तमान में, बाबू सिंह कुशवाहा जौनपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद हैं।