किसी भी कंपनी में होने वाली फ्रॉड प्रैक्टिस की जांच करना फ्रॉड एनालिस्ट का काम होता है. फ्रॉड एनालिस्ट जांच-पड़ताल करने के अलावा कंपनियों में होने वाली हैकिंग, गैर-कानूनी लेन-देन को रोकने का काम भी करते हैं. यह फील्ड तेजी से उभर रहा है इसलिए अभी इसमें जॉब के काफी मौके हैं. ट्रेडिशनल कोर्सेज से हटकर यह कोर्स उन स्टूडेंट्स के लिए है जो भीड़ से हटकर कुछ करना चाहते हैं.
क्या करना होता है?
बतौर फ्रॉड एनालिस्ट आपको इंटरनल टूल्स के जरिए डेटा क्लेक्शन करके फ्रॉड को रोकना होता है. कंपनी के प्रत्येक डिपार्टमेंट के साथ बातचीत करके तालमेल बिठाना होता है. इसके अलावा ऐसे टूल्स डिजाइन और डेवलप करने होते हैं जिनसे फ्रॉड को रोका जा सके.
फ्रॉड एनालिस्ट बनने के लिए जरूरी स्किल्स:
इस फील्ड में करियर बनाने के लिए मुख्य रूप से इंवेस्टिगेटिव स्किल्स, प्रोब्लम सॉल्विंग माइंड, डेटा एनालिसिस टेक्निक्स की जरूरत होती है. इसके अलावा टीम मैनेजमेंट की स्किल्स भी होनी चाहिए.
क्या है योग्यता?
फ्रॉड एनालिस्ट बनने के लिए ग्रेजुएट होना जरूरी है. इसके लिए सर्टिफाइड सिक्योरिटी और फॉरेंसिक एनालिस्ट जैसे कोर्सेज किए जा सकते हैं. इन कोर्सेज में फ्रॉड से कंपनियों को बचाने की बेसिक जानकारी दी जाती है. इसके अलावा ऐसे कोर्सेज में ऑपरेटिंग सिक्योरिटी सिस्टम, नेटवर्क सिक्योरिटी के बारे में भी बताया जाता है.
क्या है सर्टिफाइड फ्रॉड एग्जामिनर्स टेस्ट:
यह एक कंप्यूटराइज्ड टेस्ट है. इस टेस्ट का कुल समय 10 घंटे है. इस टेस्ट को 30 दिनों में पूरा करना होता है. इसमें टेस्ट के कुल चार सेक्शन होते हैं, प्रत्येक सेक्शन के लिए 2.5 घंटे का समय होता है. इसमें मुख्य रूप से फाइनांशियल ट्रांजेक्शन, लॉ, इंवेस्टिगेटिव फ्रॉड के फील्ड से सवाल पूछे जाते हैं.