जालंधर : राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष की ओर से साझा प्रत्याशी तय करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी को बहुत मशक्क्त करना पड़ रही है. सीपीएम द्वारा ममता बनर्जी के साथ संयुक्त बैठक में शामिल होने पर आपत्ति लेने के बाद सोनिया गांधी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा सी. पी.एम. दोनों से अलग-अलग मुलाकात करेंगी. सूत्रों के अनुसार सोनिया ने शुक्रवार को विपक्षी नेताओं के लिए दिल्ली में दोपहर के भोज का आयोजन भी किया है.
बता दें कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और सी.पी.एम. आमने-सामने है. धुर विरोधी सीपीएम कोलकाता लाठी चार्ज को मुद्दा बनाकर कांग्रेस से मिलकर ममता के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाना चाहता है. इसलिए विरोधी सी.पी.एम. ने ममता के साथ सोनिया से न मिलने का निर्णय लिया था.इस पर कांग्रेस खेमे ने रणनीतिक चाल चलते हुए विपक्षी नेताओं से कहा है कि सोनिया गांधी के स्वास्थ्य को देखते हुए वे सभी से एक साथ नहीं मिल सकेंगी, इसलिए सोनिया अब विपक्षी नेताओं के साथ अलग-अलग मुलाकात करेंगी . सोनिया गांधी सभी विपक्षी नेताओं को भाजपा विरोधी मंच देना चाहती है. इसके लिए राष्ट्रपति पद के चुनाव में वह सांझा उम्मीदवार उतारने की इच्छुक हैं.जबकि ममता बनर्जी प्रणव मुखर्जी को राष्ट्रपति पद के लिए दूसरा अवसर देने की वकालत प्रधानमंत्री से कर चुकी हैं.
उल्लेखनीय है कि अभी तक राजग ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार के बारे में कोई घोषणा नहीं की है. फ़िलहाल विपक्ष यह देखना चाहता है कि केंद्र की राजग सरकार राष्ट्रपति चुनाव में किस चेहरे को सामने लाती है. ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस नेतृत्व राष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर सांझे उम्मीदवार के बारे मेंकोई भी घोषणा करने में अभी कुछ समय और ले सकता है .
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