लखनऊ: आयकर विभाग (IT Dept) ने इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर वाले आवास पर छापेमारी की, तो 500 रुपए के नोटों की गडि्डयों से भरी आलमारी मिली। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जैन के घर से लगभग 150 करोड़ रुपए मिले हैं। बताया जाता है कि IT की टीम के पास नोट गिनने की 4 मशीन पहले से थी, लेकिन जब इससे काम नहीं चला तो और मशीनें बुलाई गई। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से स्टाफ बुलाए गए। बताया जा रहा है कि इन्हीं पीयूष जैन ने 'समाजवादी इत्र' बनाया है, जिसे समाजवादी पार्टी (सपा) सुप्रीमो और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने लॉन्च किया था। इनकम टैक्स विभाग ने यह छापेमारी गुरुवार (23 दिसम्बर) को की है। भाजपा नेता रामरतन कुशवाहा ने इस मामले को लेकर सपा पर तंज भी कसा है, उन्होंने कहा है कि, समाजवादी पार्टी का नारा है, जनता का पैसा हमारा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जैन का घर कानपुर के आनंदपुरी क्षेत्र में स्थित हैं। छापे के दौरान बरामद ज्यादातर बंडलों में 500 रुपए के नोट हैं। बरामद रकम इतनी अधिक थी कि विभाग की टीम जो नोट गिनने की 4 मशीन लेकर पहुँची थी, वह भी कम पड़ गई। इसके बाद नोटों की गिनती के लिए कुछ अन्य मशीनें और SBI के प्रशिक्षित स्टाफ को बुलाकर काम पर लगाया गया। पीयूष जैन, समाजवादी पार्टी के MLC पुष्पराज जैन पम्मी के संबंधी बताए जा रहे हैं। पीयूष जैन मूल रूप से पीयूष जैन कन्नौज के निवासी हैं। इत्र के अतिरिक्त पियूष के कई और कारोबार भी बताए जा रहे। इनकी 2 कम्पनियाँ मिडिल ईस्ट में भी चल रही है। इसलिए आयकर विभाग ने इनसे जुड़े कानपुर, मुंबई और कन्नौज के तमाम ठिकानों पर एक साथ रेड मारी।
इस छापेमारी से एक दिन पहले बुधवार को शिखर पान मसाला के मालिक के आवास पर भी आयकर विभाग ने छापा मारा था। यहाँ से फर्जी फर्म के नाम पर फर्जी बिल बरामद हुए थे। फैक्ट्री के स्टॉक में कच्चे माल और तैयार माल में भी अंतर पाया गया था। बताया जा रहा है कि वहीं से जैन और केके अग्रवाल के भी सुराग मिले थे।
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