मुम्बई : नोटबन्दी के बाद आयकर के जो नए नियम आए हैं, वे बहुत कठोर हैं. अब कई मामलों में अगर आप समाधानकारक स्पष्टीकरण नहीं दे पाते हैं तो उन रुपयों पर आपको बहुत ज्यादा दर का कर चुकाना पड़ सकता है. विशेषज्ञों को आयकर के अधिकारियों द्वारा इन नियमों का दुरुपयोग करने की आशंका है.
इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट को मानें तो काले धन का पता लगाने के लिए इनकम टैक्स के नए नियमों से जनता को परेशानी हो सकती है. विरासत में पाए जेवर, गिफ्ट, छोटे व्यवसायियों को कहीं से मिली पूंजी, बेटी की शादी में हुए खर्च या रोजमर्रा के घरेलू खर्चों के बारे में अधिकारी द्वारा पूछे गए सवालों का स्पष्ट जवाब न मिल पाने की स्थिति में इन रुपयों पर उच्च दर से आयकर वसूला जाएगा. यदि आप इन रुपयों के बारे में सबूत नहीं पेश कर पाएंगे तो उसे अघोषित आय माना जाएगा और आपको 83 फीसदी तक आय कर देना पड़ सकता है. पहले यह दर 35 फीसदी थी.
इस बारे में मुंबई के एक वरिष्ठ कर अधिकारी का कहना है कि काले धन का पता लगाने के लिए इनकम टैक्स के नए नियमों में काफी कठोर प्रावधान किए गए हैं और इसके दुरुपयोग किए जाने की आशंका है. नए नियमों का पालन करना बहुत कठिन है.जबकि सीनियर चार्टर्ड अकाउंटेंट दिलीप लखानी बोले कि सरकार चाहती है कि करदाताओं की परेशानी कम हो,लेकिन नए नियमों की वजह से उनकी परेशानी और बढ़ सकती है.
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