नई दिल्ली: हाल ही में बिहार के कटिहार जिले में दो स्कूली छात्रों के बैंक खाते में अचानक से 960 करोड़ रुपए की भारी-भरकम राशि आ गई थी। आजमनगर में पस्तिया गाँव से आए इस मामले ने सबको हैरान कर दिया था। गुरुचरण विश्वास और असित कुमार बुधवार (15 सितंबर, 2021) को अपने इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) के अकाउंट को चेक करने गए थे, तभी उन्हें इस बात का पता चला। क्या आपको पता है कि इस मामले के तार अपने 'छेदी सिंह' यानी सोनू सूद से भी जुड़ रहे हैं?
दरअसल, ये दोनों ही छात्र, बैंक के जन सेवा केंद्र पर गए थे। बैंक के अधिकारियों के अनुसार, रुपयों के ट्रांसक्शन के लिए स्पाइस मनी (Spice Money) कंपनी के पोर्टल का उपयोग किया जा रहा था। इसी के जरिए इन दोनों छात्रों के बैंक अकाउंट में भी रुपए आए। बता दें कि ये वही कंपनी है, जिसके ब्रांड एम्बेसडर सोनू सूद हैं। कटिहार के डीएम उदयन मिश्र ने इस पूरे मामले में उच्च-स्तरीय जाँच के निर्देश दिए हैं। बैंक मैनेजर एमके मधुकर का कहना है कि ये मामला आपराधिक लेनदेन से संबंधित हो सकता है। बैंक के कर्मचारियों से भी पूछताछ हो रही है। हालाँकि, अभी तक ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं, जिससे इस मामले में सोनू सूद के जुड़े होने का खुलासा हो। वहीं, कानपुर के रिच समूह नामक इंडस्ट्रियल ग्रुप के ठिकानों पर IT ने रेड मारी है। वहाँ, फर्जी इनवॉइस बनाने-बेचने के साथ ही एक साधारण कर्मचारी को डायरेक्टर बनाने का फर्जीवाड़ा सामने आया है।
इस पूरे मामले से 15 कंपनियाँ जुड़ी हैं और सारी कंपनियां फर्जी हैं। वहीं, अपने ठिकानों पर हुए IT विभाग की छापेमारी के बाद सोनू सूद ने बयान जारी करते हुए कहा है कि उन्हें अपना पक्ष रखने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि ये काम वक़्त ही कर देगा। सोनू ने कहा कि उन्होंने अपने आप को पूरे दिल से मजबूती के साथ देश की जनता की सेवा में समर्पित कर दिया है। उन्होंने दावा किया कि उनके फाउंडेशन का एक-एक रुपया किसी की जा बचाने या किसी ज़रूरतमंद तक पहुँचने की प्रतीक्षा में है। सोनू सूद ने कहा कि इसके साथ ही उन्होंने ब्रांड्स को इस बात के लिए प्रोत्साहित किया है कि उनके अनुमोदन शुल्क को मानवीय कार्यों के लिए डोनेट किया जाए, जो अब भी चल रहा है। उन्होंने IT विभाग के अधिकारियों पर तंज कसते हुए कहा कि बीते 4 दिनों से वो कुछ अतिथियों के स्वागत में व्यस्त थे, इसीलिए जनता से संवाद नहीं हो सका। उन्होंने ‘कर भला हो भला, अंत भले का भला’ लिखते हुए अपनी बात ख़त्म की। हालांकि, इस पूरे मुद्दे पर स्पाइस मनी ने सफाई देते हुए आधिकारिक वक्तव्य जारी किया है। कंपनी का कहना है कि उक्त ट्रांसक्शन महज एक प्रिंटिंग मिस्टेक था और इस पूरे मुद्दे का सोनू सूद से कोई लेना-देना नहीं है।
पति राज कुंद्रा की जमानत की खबर मिलते ही शिल्पा शेट्टी ने किया ऐसा पोस्ट कि कंफ्यूज हुए फैंस
मशहूर अभिनेत्री रिमी सेन ने इस कारण बॉलीवुड जगत को कहा था अलविदा
कोर्ट की फटकार के बाद पेश हुईं कंगना रनौत, 15 नवंबर तक टली सुनवाई