नई दिल्ली : विपक्ष भले ही नोटबंदी की आलोचना करता रहे,लेकिन यह सच्चाई है कि नोटबंदी के बाद पिछले 11 माह में शेयरों में निवेश करने वाली म्यूचुअल फंड योजनाओं के निवेश प्रवाह में 2.86 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है. यह बात म्यूचुअल फंड उद्योग के ताजा आंकड़ों से सामने आई है.
उल्लेखनीय है कि एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के द्वारा जारी किए गए इन आंकड़ों के अनुसार आठ नवंबर 2016 को नोटबंदी के बाद बैंक जमा में अचानक हुई वृद्धि होने से ब्याज दरें नीची हो गई, तो निवेशकों का इक्विटी म्यूचुअल कोषों की ओर रुझान बढ़ा ,इस कारण नवंबर 2016 से अक्टूबर 2017 तक की अवधि में इक्विटी फंड में 2.86 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ.
बता दें कि इसके पहले दिसंबर 2015 से लेकर अक्टूबर 2016 के बीच इस तरह के म्यूचुअल फंड में 1.50 लाख करोड़ रुपये का ही निवेश हुआ था.इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश बढ़ने से इस प्रबंधन के तहत कुल संपत्ति 32 प्रतिशत बढ़ गई और नोटबंदी के बाद संपत्ति में 46 प्रतिशत इजाफा हुआ. लोग अभी भी इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं
यह भी देखें
मुद्रा स्फीति सात माह के उच्च स्तर पर पहुंची