2अप्रैल के भारत बंद आंदोलन के बाद बीजेपी में दलित नेताओं के विरोध के सुर दिनोंदिन बढ़ते ही जा रहे हैं. बहराइच की सांसद सावित्री बाई फुले के बाद बीजेपी के रॉबर्ट्सगंज से सांसद छोटेलाल का विरोध सामने आया . इसके बाद नगीना लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद डॉ. यशवंत सिंह के पत्र के बाद अब नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली सीट से भाजपा सांसद उदित राज ने भी आरोप लगाया है कि भारत बंद के हिंसक प्रदर्शन के बाद दलित समुदाय के सदस्यों को प्रताड़ित किया जा रहा है.
इस बारे में उदित राज ने एक ट्वीट में लिखा कि 2 अप्रैल को हुए आंदोलन में हिस्सा लेने वाले दलितों पर अत्याचार की खबरें मिल रही है और यह रुकना चाहिए.' उन्होंने लिखा कि 2 अप्रैल के बाद दलितों को देशभर में प्रताड़ित किया जा रहा है , बाडमेर , जालौर , जयपुर , ग्वालियर , मेरठ , बुलंदशहर , करौली और अन्य स्थानों के लोगों के साथ ऐसा हो रहा है. न केवल आरक्षण विरोधी बल्कि पुलिस भी उन लोगों को पीट रही है. फर्जी मामले लगा रही है.ग्वालियर में भी दलित संगठन के एक कार्यकर्ता को प्रताड़ित किया गया.
आपको बता दें कि इसके पहले नगीना लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद डॉ. यशवंत सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में कहा कि कोर्ट में हमारे समाज का कोई प्रतिनिधि नहीं है, इसी कारण अदालतें हमारे खिलाफ नए-नए फैसले देकर दलितों के अधिकारों को खत्म कर रही हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री से दलितों के लिए आरक्षण बिल पास कराने की मांग की. प्रमोशन में आरक्षण बिल भी चार साल बाद भी पेश नहीं हुआ है. दलित सांसदों के विरोध को देखकर ही यूपी के सीएम योगी को दिल्ली बुलाया गया था.
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