नई दिल्लीः वैश्विक नवोन्मेषी सूचकांक (GII) 2019 के सूची में भारत ने अपनी रैंकिंग को सुधारते हुए पांच स्थानों का छलांग लगाते हुए 57 वां स्थान से 52 वां स्थान पर पहुंच गया है। बुधवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार भारत का आईटी सेवाओं के शीर्ष निर्यातक का दर्जा कायम है। वैश्विक नवप्रवर्तन सूचकांक (जीआईआई), 2019 के अनुसार देश के तीन शहर बेंगलुरु, मुंबई और दिल्ली दुनिया के शीर्ष 100 विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी केंद्रों में शामिल हैं। जीआईआई ने इसके 12वें संस्करण में 80 संकेतकों के आधार पर 129 अर्थव्यवस्थाओं को रैंकिंग दी है।
इन संकेतकों में बौद्धिक संपदा के लिए आवेदन जमा कराने की दर से लेकर मोबाइल एप का सृजन, शिक्षा पर खर्च तथा वैज्ञानिक एवं तकनीकी प्रकाशन आते हैं। इस सूचकांक में स्विट्जरलैंड पहले स्थान पर कायम है। सूचकांक में शामिल शीर्ष दस देश..... स्वीडन, अमेरिका, नीदरलैंड, ब्रिटेन, फिनलैंड, डेनमार्क, सिंगापुर, जर्मनी और इस्राइल हैं।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को यहां वैश्विक नवप्रवर्तन सूचकांक (जीआईआई) की रैंकिंग जारी की। गोयल ने कहा कि सरकार इस रैंकिंग में और सुधार को प्रतिबद्ध है क्योंकि नवप्रवर्तन देश की आर्थिक वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि जब तक शीर्ष 25 और उसके बाद शीर्ष 10 की रैंकिंग हासिल करने तक हम आराम से नहीं बैठेंगे।’’
भारत ने ज्यादातर मोर्चों मसलन श्रम उत्पादकता वृद्धि, ज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, बौद्धिक संपदा अधिकार से जुड़ी चीजों में अपनी स्थिति सुधारी है। इसके अलावा संस्थानों, मानव पूंजी और शोध तथा बाजार विशेषज्ञता के मामले में भी भारत की स्थिति सुधरी है। मध्य और दक्षिण एशियाई क्षेत्र में भारत शीर्ष स्थान पर कायम है।
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