दिल्ली के बत्रा हॉस्पिटल में ऑक्सीजन (Oxygen) की कमी से 8 कोविड-19 मरीजों की जान चली गई है। जिनमे से 6 ICU में हाई फ्लो ऑक्सीजन पर पर थे। मरने वालों में बत्रा हॉस्पिटल के गैस्ट्रो विभाग के डॉक्टर आरके हिमथानी भी शामिल हैं।
'ऑक्सीजन सप्लायर फोन नहीं उठा रहे': जंहा इस बात का पता चला है कि बत्रा अस्पताल के मेडिकल डॉयरेक्टर डॉ SCL गुप्ता ने बोला, 'हम पांच अन्य गंभीर मरीजों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।' हॉस्पिटल प्रशासन की तरफ से यह भी कहा गया है कि ऑक्सीजन सप्लायर फोन नहीं उठा रहे। यह दुखद घटना तब हुई है जब राष्ट्रीय राजधानी के हॉस्पिटल ने ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी के बारे में बीते हफ्तेएसओएस मैसेज भेजे गए थे। दिल्ली गवर्नमेंट ने बोला था कि शहर को तय मात्रा से कम जीवन-रक्षक गैस आवंटित की जा रही है।
कोर्ट ने जाहिर की थी चिंता: मिली जानकारी के अनुसार हाल ही में 28 अप्रैल को ऑक्सीजन (Oxygen) की कमी के केस में सुनवाई करते हुए दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Court) ने दिल्ली गवर्नमेंट को इस परेशानी का जल्द हल निकालने का आदेश जारी कर दिया है। इस पर दिल्ली गवर्नमेंट की तरफ से अगले 72 घंटों में आपूर्ति सामान्य होने का अनुमान लगाया जा रहा था। इस दौरान जस्टिस प्रतिभा सिंह की बेंच ने बत्रा हॉस्पिटल (Batra Hospital) के हालात को लेकर चिंता जाहिर की थी। उन्होंने कहा था, जब मरीजों को पता चलता है कि बत्रा अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म हो रही है तो आप उनकी मनोदशा समझ सकते हैं। कोर्ट ने बत्रा हॉस्पिटल से पूछा था कि इतना बड़ा अस्पताल है फिर भी आपके पास ऑक्सीजन प्लांट क्यों नहीं है?
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