भारत और चीन के मध्य सीमा पर तनाव को कम करने का प्रयास के अंतर्गत दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर की बातचीत का दौर जारी है। इस बीच चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख में गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स से अपने सैनिकों और गाड़ियों को हटाने से मना किया है।
चीन की ओर से यह कठोर रवैया फरवरी में पैंगोंग झील सेक्टर पर दोनों स्तर पर सैनिकों को पीछे हटाने को लेकर बनी सहमति के उपरांत आया है। भारतीय सेना के 14 कार्प्स से जुड़े एक शीर्ष सूत्र ने मीडिया को बताया कि कल दोनों देशों के बीच 11वें दौर की वार्ता हुई जिसमें चीन की ओर नरमी की स्थान पर कठोरता दिखाई गई। दोनों देशों के मध्य सैन्य स्तर की 11वें दौर की बैठक तकरीबन 13 घंटे तक चली, और यह उस अहम बैठक के उपरांत आयोजित की गई जिसमें लद्दाख गतिरोध को कम करने के लिहाज से विवादित पैंगोंग झील से सैनिकों के पीछे हटाने को लेकर रजामंदी हुई, जो एक दूसरे पर महज 10 मीटर की दूरी पर स्थित पोस्ट पर तैनात रहने वाले है। यह वार्ता 20 फरवरी को हुई थी।
सैटेलाइट इमेज से पता लगा था कि विशालकाय झील के उत्तरी किनारे पर फिंगर्स कॉम्प्लेक्स में चीनी सेना की ओर से पीछे हटने की कार्रवाई हुई है। हालांकि, चीन अभी भी गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्रों को लेकर अड़ा हुआ है। यह दोनों के लिए अहम है। इंडिया ने इन दोनों पोस्टों में सीमावर्ती सैनिकों और गाड़ियों की एकसमान चरणबद्ध तरीके से कमी लाने का प्रस्ताव किया था, लेकिन चीन की ओर से इसे ठुकरा दिया गया।
केंद्र सरकार पर भड़के राहुल गाँधी, कहा- 'ना कोरोना पे क़ाबू, ना पर्याप्त वैक्सीन'
देहरादून में लागू हुआ नाईट कर्फ्यू, इन चीजों की होगी अनुमति
संत-महत्माओं की जीवनियाँ पढ़ने में बड़ी रुचि रखते थे जानिए ज्योतिराव