चंडीगढ़: चंडीगढ़ महापौर चुनाव में भाजपा ने बाजी मार ली है। इस चुनाव में एक साथ लड़ी आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस पार्टी के संयुक्त उम्मीदवार की शिकस्त हुई है। चंडीगढ़ मेयर पद चुनाव में भाजपा उम्मीदवार मनोज सोनकर ने जीत दर्ज की है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोमवार (29 जनवरी) को चंडीगढ़ मेयर चुनाव में INDIA गठबंधन की जीत का दावा किया था, मगर परिणाम इसके उलट रहे।
रिपोर्ट के मुताबिक, चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को 16 वोट मिले, जबकि INDIA गठबंधन को महज 12 वोट ही नसीब हो सके जबकि 8 वोट अवैध घोषित कर दिए गए। AAP ने महापौर चुनाव के फैसले पर असंतोष जाहिर करते हुए कहा है कि वो इसके खिलाफ उच्च न्यायालय जाएगी। इस समय चंडीगढ़ नगर निगम में AAP और कांग्रेस के पार्षद हंगामा कर रहे हैं। बता दें कि 35 पार्षदों वाले चंडीगढ़ नगर निगम में 14 पार्षद भाजपा के हैं, जबकि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के क्रमश: 13 और 7 पार्षद हैं। इन तीन दलों के अलावा चंडीगढ़ में एक पार्षद शिरोमणि अकाली दल (SAD) का भी है। इसके अलावा भाजपा सांसद किरण खेर भी चुनाव में शामिल हुईं।
बता दें कि, चंडीगढ़ चुनाव पहले 18 जनवरी को होने वाला था, मगर चंडीगढ़ के उपायुक्त ने मेयर चुनाव की तारीख को अंतिम समय में स्थगित कर 6 फरवरी कर दिया था। इसके बाद विपक्षी दल कोर्ट पहुंचे थे। याचिका पर सुनवाई करते हुए पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने मेयर चुनाव टालने के चंडीगढ़ प्रशासन के आदेश को निरस्त कर दिया था औऱ कहा था कि आदेश दिया था कि महापौर चुनाव 30 जनवरी को करवाए जाएं।
इस चुनाव में हंगामा होने की भी पूरी आशंका थी। इसी के चलते प्रशासन ने नगर निगम बिल्डिंग पर पुलिस-बल की भारी तैनाती कर रखी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चंडीगढ़ नगर निगम की थ्री लेयर बैरिकेडिंग की गई है। सुरक्षा की दृष्टि से 800 पुलिसकर्मियों के साथ ही अतिरिक्त पैरामिलिट्री फोर्स की भी तैनाती की गई थी।
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