हैदराबाद: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. पर तीखा हमला किया और कहा कि विपक्षी गुट ने उन्हें इसलिए अपने में शामिल नहीं किया क्योंकि, ऐसा करने से उन्हें हिन्दू वोट नहीं मिलेंगे। यह बताते हुए कि आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले NDA से मुकाबला करने के लिए AIMIM विपक्षी गठबंधन में शामिल क्यों नहीं हुई, ओवैसी ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि, "हम I.N.D.I.A.गठबंधन में नहीं हैं और मुझे इसकी परवाह नहीं है। वहां दम घुटेगा। वे अपनी विचारधारा पर भाजपा के खिलाफ क्यों नहीं खड़े हो रहे हैं।' उन्होंने कहा कि अगर वे हमें टिकट देंगे तो उन्हें हिंदू वोट नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि, "मैं यह खुले तौर पर कह रहा हूं, वे बंद दीवारों के पीछे ऐसा कहते हैं।" ओवैसी ने आगे कहा कि, "मेरा रुझान यह स्वीकार नहीं करता है कि मुसलमानों को चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। मुझे लगता है कि मुसलमानों को चुनाव में भाग लेना चाहिए। जब तक आप लड़ेंगे नहीं, तब तक आप जीतेंगे नहीं। भले ही आप हार जाएं, चुनाव में खड़ा होना जरूरी है। आप कभी तो जीतेंगे। अगर आप हार के डर से चुनाव नहीं लड़ते हैं, तो जीतने से पहले आपको दो या तीन बार हारना जरूरी है।'
कांग्रेस पार्टी पर कटाक्ष करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 'धर्मनिरपेक्ष राजनीति' 1950 से चल रही है और 2014 में शुरू नहीं हुई, उन्होंने इस तथ्य की ओर इशारा किया कि कांग्रेस शासन के बाद से मुस्लिम राजनेताओं को हाशिए पर रखा गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि, ''मुसलमानों के खिलाफ सांप्रदायिक राजनीति 1950 से चल रही है, इसकी शुरुआत 2014 में नहीं हुई। मुसलमानों के लिए माहौल शुरू से ही खराब रहा है।''
ओवैसी ने अपने भाषण के दौरान कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, "राहुल गांधी अमेठी में हार गए, लेकिन वायनाड में जीत गए। असदुद्दीन औवेसी ने वहां चुनाव नहीं लड़ा। मेरी वहां भाजपा के साथ कोई डील नहीं थी। वे वायनाड से जीते क्योंकि वहां मुस्लिम लीग है, मुस्लिम लीग ने राहुल गांधी को डूबने से बचाया।"
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