नईदिल्ली: भारत दौरे पर आए रूस के राष्ट्रपति पुतिन से भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चर्चा हुई है और उन्होंने एस—400 के साथ ही अन्य बातों पर भी बातचीत की है। भारत के रूस के साथ हुए इस खास और महत्वपूर्ण समझौते ने देश को और मजबूती दे दी है। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने अब ये मांग उठाई है कि रूस से हीरा आयात के लिए भी समझौता किया जाए, जिससे भारत के भुगतान संतुलन पर इसका प्रतिकूल असर न पड़े। उन्होंने कहा कि भारत में हीरा तराशी के साथ ही पॉलिश करने का बड़ा केन्द्र है, लेकिन रूस के पास इसके खनिज भंडार हैं।
रुसी राष्ट्रपति पुतिन भारत पहुंचे, सुषमा स्वराज ने किया स्वागत
प्रभु ने भारत-रूस व्यापार शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि रूस में हीरा बहुत ज्यादा मात्रा में निकलता है और भारत में इसकी तराशी की जाती है। इसके अलावा यदि भारत और रूस दोनों ही देशों के बीच हीरे को लेकर एक समझौता हो तो हीरे का आयात और निर्यात हो सकेगा और इससे दोनों ही देशों को फायदा होगा। इस सम्मेलन का आयोजन भारतीय उद्योग परिसंघ ने किया है।
अपनी दो दिनी यात्रा के तहत आज भारत आएंगे रूस के राष्ट्रपति पुतिन, अमेरिका हुआ खफा
इस दौरान प्रभु ने रूसी कंपनियों के लिए दिल्ली-मुंबई जैसे औद्योगिक स्थानों पर एक अलग से स्थान बनाने की बात भी कही है, सम्मेलन में रूस के आर्थिक विकास मंत्री मैक्जिम ऑरेश्किन ने कहा है कि रूस भारत के साथ आर्थिक सहयोग बढ़ाने की रणनीति तैयार कर रहा है। इसके अलावा रूस और भारत के बीच हुए इस समझौते से भारत के सुरक्षाबलों को काफी हद तक फायदा पहुंचेगा।
खबरें और भी
भारत और रूस ने रेलवे, अंतरिक्ष, परमाणु सहित 8 समझौतों पर किए हस्ताक्षर
पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच हुआ सौदा, रूस से पांच एस -400 ट्रायमफ खरीदेगा भारत
भारत—रूस के बीच होगा एस—400 समझौता, जानें इस मिसाइल की खासियत