नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक महागतले के मुख्य आरोपी मेहुल चौकसी को जल्द ही भारत लाया जाएगा. भारत ने एंटीगुआ और बरबूडा के प्रशासन से चौकसी को हिरासत में लेने को कहा है. साथ ही मेहुल चौकसी के जल, थल और वायु मार्ग से कहीं भी आवागमन करने पर भी रोक लगाने का आग्रह किया है.
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मेहुल चोकसी को हिरासत में लेने से पहले भारतीय जांच एजेंसियो उसके मूवमेंट को रोकना चाहती हैं. यही वजह है कि एंटीगुआ अथॉरिटीज से उसकी मूवमेंट रोकने का अनुरोध किया गया है. आज भारत के उच्चायुक्त, एंटीगुआ और बारबुड़ा सरकार के साथ बैठक करने वाले हैं, इस बैठक में भगोड़े मेहुल चौकसी पर चर्चा की जाएगी.
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एंटीगुआ सरकार, समर्थन को तैयार
वहीं एंटीगुआ सरकार ने भी मेहुल चौकसी के खिलाफ भारत सरकार की कार्यवाही में उनका समर्थन करने का वादा किया है. एंटीगुआ और बारबुडा के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने कहा कि मेहुली चोकसी को उस समय नागरिकता मिली थी जब उनके खिलाफ कोई मुकदमा नहीं था, लेकिन आवेदन करते समय अगर उन्होंने कोई गलत सूचना दी होगी तो उनकी नागरिकता समाप्त की जा सकती है. आपको बता दें कि पिछले सप्ताह चोकसी ने दावा किया था कि उसने अपने कारोबार के विस्तार के लिए पिछले साल एंटीगुआ की नागरिकता ली थी क्योंकि कैरिबियाई देश के पासपोर्ट से 132 देशों में बिना वीजा यात्रा की जा सकती है.
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