नई दिल्ली: भारत-चीन के बीच तक़रीबन डेढ़-दो सालों से चल रहे विवाद के बाद अब कुछ सकारात्मक संकेत दिखाई दे रहे हैं। खबर है कि पूर्वी लद्दाख के गोगरा इलाके में डिसइंगेजमेन्ट हो गया है, जिसके बाद चीन अपनी सेना को वापस बुलाते हुए पुरानी स्थिति पर लौट गया है। दोनों देशों द्वारा स्थापित किए गए अस्थायी निर्माण और संबंधित आधारभूत संरचना को भी नष्ट कर दिया गया है।
इंडियन आर्मी की तरफ से इस संबंध में बयान जारी किया गया है। सेना ने बताया कि कॉर्प्स कमांडर स्तर की वार्ता के बाद दोनों देशों द्वारा यह समझौता किया गया कि पूर्वी लद्दाख के PP-17 पॉइंट से व्यवस्थित और संयोजित तरीके से तैनात जवानों को वापस बुलाया जाएगा। इसके साथ ही वहाँ बनाए गए अस्थायी ढाँचों को भी नष्ट कर दिया जाएगा और दोनों देशों की वही स्थिति होगी जो गतिरोध के पहले थी। आर्मी ने जानकारी देते हुए बताया कि दोनों देशों के बीच हुए समझौते के बाद 04-05 अगस्त 2021 से ही डिसइंगेजमेन्ट की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है और दोनों सेनाएं अपने परमानेंट बेस पर हैं।
इंडियन आर्मी के द्वारा यह जानकारी भी दी गई है कि समझौते के अंतर्गत इस क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और दोनों ही पक्षों द्वारा इसका सम्मान किया जाएगा। सेना ने संतुष्टि व्यक्त करते हुए कहा कि इस डिसइंगेजमेन्ट के साथ एक और बॉर्डर विवाद का मुद्दा हल हो जाएगा और समझौते के अंतर्गत दोनों ही पक्षों ने पश्चिमी क्षेत्र की LAC सहित दूसरे शेष बचे मुद्दों को सुलझाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता प्रकट की है।
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