लेह: पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की फौजें धीरे-धीरे पीछे हट रही हैं. इसे लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर घटते तनाव का एक संकेत माना जा रहा है. आज तक की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्वी लद्दाख के कई इलाकों में दोनों देशों की फौजें पहले की स्थिति में वापस लौट रही हैं. दोनों तरफ से जारी गतिरोध के बीच यह सुधार तब देखा जा रहा है जब इसी सप्ताह दोनों देशों में सैन्य स्तर की बातचीत होने जा रही है. हालांकि इसके पहले भी सैन्य स्तर की वार्ता हुई थी लेकिन उसका कोई परिणाम नहीं निकला.
आपको बता दें कि भारत और चीन के बीच लद्दाख में पिछले एक महीने से तनातनी की स्थिति बनी हुई है. इस बीच दोनों देशों की तरफ से बातचीत के माध्यम से इस मसले को हल करने का प्रयास किया जा रहा है. इसी बातचीत के सिलसिले को आगे बढ़ाने के लिए इंडियन आर्मी की एक टीम अब चुशूल इलाके में है, जो अगले कुछ दिन वहां ही रहेगी. इस दौरान आगामी कुछ दिनों में दोनों देशों के बीच एक बार फिर कई राउंड की वार्ता होगी, ताकि ताजा विवाद निपट सके.
इससे पहले 6 जून को लेफ्टिनेंट जनरल हरिदंर सिंह ने चीन के मेजर जनरल लियु लिन से मोल्डो में चर्चा की थी. जो LAC में चीनी इलाके में आता है. इसके बाद केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेनाओं के प्रमुख और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) के साथ एक मैराथन बैठक की थी, जिसमें वर्तमान स्थिति के बारे में मंथन हुआ. बैठक में रक्षा मंत्री को बताया गया कि चीन की तरफ से सीमा पर बड़ी संख्या में सैन्य तैनाती की गई है, इसके अलावा दोनों देशों की सेनाओं के बीच जो बात हुई उस पर विचार-विमर्श किया गया.