इस समय लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर चीन की चालबाजी लगातार जारी है. एक तरफ तो आप जानते ही होंगे चीन ने घुसपैठ की कोशिश की, और उसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया. वहीँ दूसरी तरफ विश्वपटल पर चीन शांति का राग गाने में लगा हुआ है. जी दरअसल चीनी स्टेट काउंसलर और विदेश मंत्री वांग यी ने अपनी फ्रांस यात्रा के दौरान बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि, 'चीन, भारतीय सीमा पर स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है.'
इसके आलावा चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स से हुई बातचीत में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि, 'चीन और भारत के बीच सीमा का अभी तक सीमांकन नहीं किया गया है, इसलिए समस्याएं हैं. चीन अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को मजबूती से बनाए रखेगा, और भारतीय पक्ष के साथ बातचीत के माध्यम से सभी प्रकार के मुद्दों का हल निकालने के लिए तैयार है.' जी दरअसल बीते 29 और 30 अगस्त की रात लद्दाख में करीब 200 चीनी सैनिक भारत की सरजमीं पर घुसपैठ करने के लिए निकले थे लेकिन भारत के जांबाजों ने उन्हें उल्टा लौटा दिया.
आप जानते ही होंगे लद्दाख में दोनों देशों के बीच ताजा झडप पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर स्थित एक चोटी को लेकर हुई. जी दरअसल वह चोटी एलएसी के इस तरफ यानी भारतीय सीमा में है और इस चोटी पर किसी देश का कब्जा नहीं होता था. वहीँ दोनों देशों के बीच हुई कमांडर स्तर की बातचीत में उस खास चोटी का मुद्दा भी उठा था, लेकिन तब भी कोई बात नहीं बनी. वहीँ यह सब होने के बाद भारत को यह तो पता ही था कि चीन उस चोटी पर कब्जा करने के लिए बैठा है. वैसे फिलहाल भारतीय सैनिकों ने चीन को जवाब दे दिया है.
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जिस स्ट्रैटेजिक हाइट को अपने कब्जे में लेना चाहता था चीन, उसे भारत ने लिया अपने अधीन