बेंगलुरु: जम्मू कश्मीर के हिस्से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को पाकिस्तान के कब्जे से छुड़ाने के संकल्प के बीच अब केन्द्र की मोदी सरकार ने भारत की सीमाओं का इतिहास लिखवाने का फैसला लिया है। इसका मकसद लोगों में देश प्रेम की भावना को जागृत करने और उन्हें सीमाओं और सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वालों के संबंध में जानकारी देना है।
रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पिछले दिनों इसी संदर्भ में भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद की कई बड़ी हस्तियों और नेहरु संग्राहालय एवं पुस्तकालय, अभिलेखागार महानिदेशक, गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय केअधिकारियों के साथ मंथन करने के बाद इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। अपने आप में यह अनूठी पहल हैं, इस विशेष परियोजना में भारत की विभिन्न सीमाओं के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सीमाओं के इतिहास की जानकारी दी जाएगी।
इनमें सीमाओं के बनने बिगड़ने, निर्धारण, लोगों को दूसरे स्थानों पर भेजे जाने, सुरक्षा बलों की भूमिका, सीमावर्ती क्षेत्रों की भूमिका और उनकी जाति, संस्कृति और उनके जीवन से संबंधित सामाजिक,आर्थिक पहलुओं का खास तौर पर उल्लेख किया जाएगा। यह परियोजना दो वर्षों में पूरी होने की संभावना जताई जा रही है। रक्षा मंत्रालय ने इस पर अधिकारियों के सुक्षाव भी लिए और इसे जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश भी दे दिए हैं।
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