मुंबई: भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मुंबई आतंकी हमले के संदर्भ में महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिसमें उन्होंने इस हमले पर भारत की प्रतिक्रिया न देने की स्थिति पर चर्चा की। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रविवार को जयशंकर ने स्पष्ट किया कि भविष्य में अगर कोई ऐसा हमला होता है, तो भारत इसे बर्दाश्त नहीं करेगा तथा इसके खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी जाएगी। उन्होंने कहा, "जब हम जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं, तो इसका मतलब है कि किसी भी प्रकार की आक्रामकता के जवाब में हमें प्रतिक्रिया देनी होगी।"
विदेश मंत्री ने बताया कि मुंबई काउंटर-टेररिज्म का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है, न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य रहते हुए काउंटर-टेररिज्म कमेटी की अध्यक्षता की थी तथा उस कमेटी की बैठक उसी होटल में आयोजित की गई थी, जिसे हमलों के चलते निशाना बनाया गया था। जयशंकर ने कहा, "जब हम जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं, तो इसका मतलब स्पष्ट है कि यदि कोई कुछ करता है, तो उसका जवाब अवश्य दिया जाएगा।" उन्होंने कहा, "भारत इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। यह बदला है।"
आगे चर्चा करते हुए, विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि भारत दुनिया में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में नेतृत्व की भूमिका निभा रहा है। उन्होंने टिप्पणी की कि यह अब अस्वीकार्य है कि कोई दिन में व्यवसाय करे तथा रात में आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त हो। विदेश मंत्री ने यह भी बताया कि भारत एवं चीन जल्द ही लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर पेट्रोलिंग आरम्भ करेंगे। उन्होंने बताया कि यह अप्रैल 2020 से पहले जैसा होगा तथा उम्मीद है कि डेमचोक और डेपसांग जैसे क्षेत्रों में गश्त को बहाल किया जाएगा।
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